बाॅलीवुड के ट्रेजडी किंग के नाम से मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार का आज बुधवार 7 जुलाई को 98 साल की उम्र में निधन हो गया। मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान के पेशावर में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था जिसके बाद उनका परिवार साल 1930 में मुंबई आकर बस गया था।
देविका रानी ने युसुफ खान को बनाया दिलीप कुमार-
माता-पिता ने दिलीप कुमार का नाम युसुफ खान रखा था लेकिन दिग्गज अदाकारा देविका रानी ने उन्हें दिलीप कुमार बनाया।
12 भाई-बहनों के बीच बेहद तंगहाली में गुज़रा बचपन-
दिलीप कुमार का बचपन बेहद तंगहाली में गुज़रा, उनके 12 भाई-बहन थे। बंटवारे के समय उनका परिवार पाकिस्तान से भारत आया और मुंबई में रहने लगा था। दिलीप कुमार ने अपनी जिदंगी की शुरूआत पुणे के एक आर्मी क्लब में सैंडविच स्टॉल पर नौकरी से की। उस समय दिलीप की पहली सैलरी 36 रुपए हुआ करती थी।
महज 25 साल की उम्र में देश के नंबर वन एक्टर बन गए थे दिलीप कुमार-
जब दिलीप कुमार वापिस मुंबई लौटे तो उनकी मुलाकात अदाकार देविका रानी से हुई। जिसके बाद साल 1944 में फिल्म ज्वार भाटा से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। इसके बाद दिलीप कुमार ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उन्होंने फिल्म अंदाज, बाबुल, दीदार, आन, दाग, देवदास, आजाद, नया दौर, तराना, मधुमति, कोहिनूर, मुगल-ए-आजम, गंगा जमुना, राम और श्याम, क्रांति, शक्ति, मशाल और सौदागर जैसी की सुपरहीट्स फिल्में की। दिलीप कुमार महज 25 साल की उम्र में देश के नंबर वन एक्टर बन गए थे।
दिलीप कुमार ने अपनी पहली कमाई 36 रुपए से लेकर ऐसे बनाई 600 करोड़ तक की संपत्ति-
दिलीप कुमार की पहली कमाई 36 रुपए थी इसके बाद फिल्मों में सफर शुरू करने के बाद उन्हें इतनी कामयाबी मिली कि वह महज 25 साल की उम्र में देश के नंबर वन एक्टर बन गए। वह काफी विनम्र स्वभाव के थे। अपने जीवन में दिलीप कुमार ने 604 करोड़ 63 लाख से ज्यादा की संपत्ति बनाई। आपकों बतां दें कि पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने दिलीप कुमार के पैतृक घर की कीमत 80,56,000 रुपए तय की है।
सर्वाधिक फीस लेने वाले इकलौते एक्टर थे दिलीप कुमार-
फिल्मी सफर के बाद दिलीप कुमार राजनीति में भी गए, वह सांसद भी बने। यह जानकर हैरानी होगी कि दिलीप कुमार अपने जमाने के सर्वाधिक फीस लेने वाले इकलौते एक्टर थे।1950 के दौर में वह एक फिल्म के लिए एक लाख रुपए चार्ज करते थे जोकि उस दौर की काफी मोटी रकम हुआ करती थी।