नारी डेस्क: मनोज कुमार, जो 'भारत कुमार' के नाम से भी मशहूर हैं, का 4 अप्रैल 2025 को 87 साल की उम्र में निधन हो गया। मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। मनोज कुमार ने अपने 50 साल से भी ज्यादा लंबे फिल्मी करियर में कई यादगार देशभक्ति फिल्मों में अभिनय किया, जैसे 'उपकार', 'क्रांति', 'शहीद', और 'रोटी कपड़ा और मकान'। उनके निधन के बाद, लोग जानना चाहते हैं कि मनोज कुमार अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए हैं। आइए, हम आपको उनकी संपत्ति, करियर और विरासत के बारे में पूरी जानकारी देते हैं।
मनोज कुमार की कुल संपत्ति
मनोज कुमार की कुल संपत्ति के बारे में आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन कुछ वेबसाइट्स जैसे कि 'सेलिब्रिटी नेट वर्थ' के अनुसार, उनकी अनुमानित संपत्ति लगभग 20 मिलियन डॉलर (लगभग 170 करोड़ रुपये) थी। यह संपत्ति उन्होंने अपने अभिनय, निर्देशन और पटकथा लेखन से अर्जित की। उनकी फिल्में न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफल रहीं, बल्कि वे अपने देशभक्ति और सामाजिक संदेशों के लिए भी प्रसिद्ध हुईं। इसके अलावा, मनोज कुमार ने रियल एस्टेट में भी निवेश किया था, जिससे उनकी संपत्ति में इजाफा हुआ।
मनोज कुमार का करियर और संपत्ति का स्रोत
मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 को ब्रिटिश भारत (अब पाकिस्तान) के एबटाबाद में हुआ था। उनका असली नाम हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी था। उन्होंने 1957 में फिल्म ‘फैशन’ से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा, लेकिन 1960 और 70 के दशक में उन्होंने अपनी पहचान बनाई। उनकी फिल्मों ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि समाज में जागरूकता और देशभक्ति का संदेश भी दिया।
मनोज कुमार की फिल्म ‘क्रांति’ के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि इस फिल्म को बनाने के लिए उन्होंने अपना जुहू का प्लॉट और दिल्ली का बंगला तक बेच दिया था। यह उनके समर्पण को दर्शाता है। फिल्म 'क्रांति' ने बॉक्स ऑफिस पर लगभग 16 करोड़ रुपये की कमाई की थी, जो उस समय के हिसाब से बहुत बड़ी रकम थी।
परिवार और विरासत
मनोज कुमार अपने पीछे पत्नी शशि गोस्वामी और दो बेटे, कुणाल और विशाल गोस्वामी को छोड़ गए हैं। अब उनकी संपत्ति उनके परिवार के पास जाएगी। उनके योगदान और देशभक्ति सिनेमा के लिए उन्हें कई बड़े सम्मान भी मिले थे। 1992 में उन्हें पद्मश्री और 2015 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो उनकी फिल्म इंडस्ट्री में अद्वितीय योगदान को मान्यता देते हैं।
मनोज कुमार का संघर्ष और समर्पण
मनोज कुमार ने अपने करियर में बहुत संघर्ष किया और अपनी कड़ी मेहनत से यह संपत्ति अर्जित की। उनकी कुल संपत्ति उनके संघर्ष, समर्पण और देशभक्ति सिनेमा के प्रति जुनून का प्रतीक है। उनकी फिल्में और उनके द्वारा दिए गए संदेश हमेशा याद किए जाएंगे और उनकी विरासत बॉलीवुड के इतिहास में हमेशा जीवित रहेगी।