नवरात्रि और बैसाखी के धूम के बीच छठ पूजा का 4 दिन के माहापर्व का भी आगाज हो गया है। ये पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और यूपी के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है । इस दौरान सूर्य भगवान की पूजा होती है। हर साल के त्योहार चतुर्थी तिथि को शुरु होकर सप्तमी पर खत्म होता है। इस बार ये चैती छठ पूजा की शुरुआत 12 अप्रैल से होगी और 15 अप्रैल को खत्म होगा। इनमें हर दिन का अपना अलग धार्मिक महत्व और अनुष्ठान होता है, जो व्रतियों को रखना चाहिए।
महिलाओं को रोज लगाना चाहिए नारंगी सिन्दूर
छठ पूजा के दौरान छठ व्रती को कई बातों का ख्याल रखना जरूर होता है। ज्योतिष एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो लोग व्रत रखते हैं उन्हें अपने घर की साफ- सफाई रखनी चाहिए। इन दिनों साफ- सफाई का विशेष महत्व होता है। किसी भी अनुष्ठान को शुरु करने से पहले भक्त उठें और जल्दी से स्नान कर लें। छठ पूजा के दौरान महिलाओं को नारंगी रंग का सिंदूर लगाना चाहिए। ये शुभ माना जाता है। वहीं प्रसाद बानते समय साधारण नमक का नहीं बल्कि सेंधा नमक का इस्तेमाल करें।
छठ पूजा के दौरान भूलकर भी न करें ये काम
इस त्योहार के दौरान शराब और मांसाहारी भोजन का सेवन भूलकर भी न करें। इस पूजा में तामसिक भोजन से परहेज करना चाहिए। लोगों को पूजा करते समय भगवान सूर्य और छठी मैया को दूध भी चढ़ाना चाहिए। रात्रि के समय व्रत कथा पढ़ें या सुनें। छठ पूजा के दौरान ये जरूरी है। पूजा के समापन सूर्य देव और छठ माता की आरती से करना चाहिए।
इस बात का भी रखें ध्यान
पूजा के लिए फटी या इस्तेमाल की हुई टोकरी का इस्तेमाल करें। भोग प्रसाद को सबसे पहले सूर्य देव को अर्पित करें। इसके बाद परिवार वालों में वितरित करें।