अमेरिका की फाइजर और जर्मनी की बायोटेक द्वारा बनाई वैक्सीन का टीकाकरण शुरू किया जा चुका है। दरअसल, कंपनी ने इमरजेंसी मंजूरी लेने के बाद लोगों को टीका लगाना शुरू कर दिया था लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि अमेरिका में एक और कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है।
अमेरिका की दूसरी वैक्सीन को भी मिल सकती है मंजूरी
खबरों के मुताबिक, अमेरिका की फॉर्मा कंपनी द्वारा बनाई जा रही मॉडर्ना की वैक्सीन को शुक्रवार होने वाली खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) मीटिंग में मंजूरी मिल सकती है। इसके बाद अमेरिका में इस वैक्सीन का टीकाकरण भी शुरू कर दिया जाएगा , ताकि कोरोना को बड़े पैमाने पर खत्म किया जा सके।
कितनी असरदार यह वैक्सीन?
रिपोर्ट के मुताबिक, मॉडर्ना की वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल 95% कारगार साबित हुई है। इस कंपनी की वैक्सीन ने सभी जरूरी वैज्ञानिक मानदंडों को पूरा कर लिया है। कंपनी के CEO के मुताबिक, वैक्सीन को मंजूरी मिल जाने के बाद इसे 21 दिसंबर तक मार्केट में लॉन्च कर दिया जाएगा।
MRNA वैक्सीन है मॉडर्ना
बता दें कि मॉडर्ना की वैक्सीन MRNA तकनीक द्वारा बनाई गई है, जिसमें वायरस के जेनेटिक कोड के कुछ टुकड़े शामिल किए गए हैं। वैक्सीन को लगाने के बाद शरीर में वायरल प्रोटीन तो बनने लगता है लेकिन पूरा वायरस नहीं बनाता। इससे इम्यून सिस्टम वायरस की पहचान करके उससे लड़ने के लिए तैयार हो जाता है।
भारत के लिए कितने काम की यह वैक्सीन?
इस वैक्सीन को -20 डिग्री तापमान पर 6 महीने तक स्टोर किया जा सकता है इसलिए यह भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत के पास इस वैक्सीन को स्टोर करने की अरेंजमेंट है। मगर, फाइजर की वैक्सीन को -70 डिग्री तापमान पर स्टोर करना पड़ता है, जिसके लिए भारत के पास सही व्यवस्था नहीं है।
भारत में कब शुरू होगा टीकाकरण
वहीं, भारत में भी जल्दी ही टीकाकरण शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO का कहना है कि दिसंबर के अंत तक वैक्सीन लॉन्च हो सकती है। महीने के अंत तक वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल मिल सकता है। सीरम इंस्टीट्यूट ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोविशील्ड वैक्सीन बना रहा है, जो आखिर चरण के ट्रायल में है। बता दें कि फिलहाल भारत में 6 टीके पर क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है।
इन देशों में शुरू हो चुका है वैक्सीन टीकाकरण
गौरतलब है कि रूस, चीन, ब्रिटेन, अमेरिका के अलावा कनाडा, बहरीन और सऊदी अरब में भी कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू किया जा चुका है।