नारी डेस्क: राष्ट्रीय खेल दिवस हर साल 29 अगस्त को मनाया जाता है। बता दे को 29 अगस्त 2024 को 'हॉकी के जादूगर' मेजर ध्यानचंद की 119वीं जयंती होती हैं। 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद में जन्मे ध्यानचंद की जयंती पर हर साल देश में 29 अगस्त को खेल दिवस मनाया जाता है। यह दिन उनको याद करके मनाया जाता हैं। दिन को विशेष रूप से भारतीय खेलों की उपलब्धियों और खेल संस्कृति को सम्मानित करने के लिए समर्पित किया गया है।
राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है?
राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को मनाया जाता है क्योंकि यह दिन भारतीय हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती के रूप में भी जाना जाता है। मेजर ध्यानचंद, जिनका नाम भारतीय खेल इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है, को उनके अद्वितीय खेल कौशल और हॉकी के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपनी अद्वितीय प्रतिभा और खेलmanship से भारत को कई सम्मान दिलाए और भारतीय हॉकी को विश्व में पहचान दिलाई। इस दिन उनके योगदान और खेल के प्रति उनके समर्पण को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
खेल पुरस्कार और उनकी महत्ता
राष्ट्रीय खेल दिवस पर भारतीय खेलों की विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्टता दिखाने वाले खिलाड़ियों को खेल पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। ये पुरस्कार खिलाड़ियों के समर्पण, मेहनत, और खेल में उनकी बेहतरीन उपलब्धियों को मान्यता देते हैं। प्रमुख खेल पुरस्कार निम्नलिखित हैं:
1.राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार
यह भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार है। यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने खेल के क्षेत्र में अत्यधिक उत्कृष्टता और लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। पुरस्कार के तहत एक पदक, प्रमाण पत्र और 7.5 लाख रुपये की राशि दी जाती है।
2. अर्जुन पुरस्कार
यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने अपने खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन और योगदान दिया है। अर्जुन पुरस्कार के अंतर्गत एक प्रमाण पत्र, पदक और 5 लाख रुपये की राशि दी जाती है।
3. ध्यानचंद पुरस्कार
यह पुरस्कार खेल के क्षेत्र में जीवनभर की उपलब्धियों के लिए प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार विशेष रूप से उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने अपने खेल के प्रति समर्पण और योगदान के लिए महान कार्य किए हैं।
4. साधारण खेल पुरस्कार
ये पुरस्कार विभिन्न खेल श्रेणियों में उत्कृष्टता के लिए प्रदान किए जाते हैं, जिनमें विभिन्न खेल संगठनों द्वारा मान्यता प्राप्त खिलाड़ी शामिल होते हैं।
खेल पुरस्कारों का महत्व
इन पुरस्कारों का उद्देश्य भारतीय खेलों की पहचान बढ़ाना, खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना, और खेल संस्कृति को बढ़ावा देना है। ये पुरस्कार खिलाड़ियों की मेहनत और उनकी उपलब्धियों को मान्यता देते हैं और उन्हें खेल के क्षेत्र में और भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करते हैं।
राष्ट्रीय खेल दिवस और इन पुरस्कारों के माध्यम से, भारत खेलों की संस्कृति और खिलाड़ियों की मेहनत को सराहता है, साथ ही खेलों के प्रति समाज की जागरूकता को बढ़ाता है। यह दिन हमें खेलों की महत्वता को समझने और खेल के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की प्रेरणा देता है।