महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। राजनीति दुनिया से लेकर, देश के लिए मैडल लाना हर किसी फील्ड में वह देश का नाम रोशन करती हुई दिख रही हैं। लेकिन आज भी समाज के कुछ पिछड़े इलाके ऐसे हैं यहां महिलाओं को उनके सम्मान अधिकार नहीं दिए गए। इन जगहों पर आज भी महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है। ऐसे में महिलाओं को उनके सम्मान के प्रति जागरुक करने और समाज में उनके महत्व को दर्शाने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। यह दिन हर साल किसी न किसी खास थीम पर मनाया जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि साल 2024 की अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम क्या है।
8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है महिला दिवस?
1908 में अमेरिका में मजदूर आंदोलन हुआ था। इस मजदूर आंदोलन में करीब 15 महिलाओं ने भाग लिया था। यह महिलाएं न्यूयॉर्क की सड़कों पर अपने अधिकारों की मांग के लिए उतरी थी। कामकाजी महिलाओं को इस दौरान मांग थी कि उनकी नौकरी के घंटे कम किए जाएं और वेतनमान बढ़ाया जाए। इसके अलावा आंदोलन में महिलाओं को मतदान का अधिकार देने की भी मांग की गई थी। जब सरकार के कानों में इन महिलाओं की आवाज पहुंची तो 1909 में अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने महिला दिवस मनाने का ऐलान किया। इसके साथ 1911 में पहली बार डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, जर्मनी में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस सेलिब्रेट किया गया था। इसके बाद से ही यह दिन हर साल धूमधाम से मनाया जाता है।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के मुख्य उद्देश्य महिलाओं की समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। महिलाओं के खिलाफ हो रहे भेदभाव और हिंसा को खत्म करना है। इसके अलावा महिलाओं को उनके अधिकारों के लिए जागरुक करना इस दिन का उद्देश्य है। इस दिन महिलाओं को अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिए अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमें महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में हासिल की गई उपलब्धियों को दर्शाया जाता है। महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के लिए जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं।
साल 2024 की थीम
इस साल अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम है इंस्पायर इंक्लूजन यानी की समावेशन को प्रेरित करना है। इसका अर्थ है कि महिलाओं के लिए ऐसा वातावरण बनाना जहां वह अपनी पृष्ठभूमि की पहचान कर सकें। अपनी काबिलियत को बढ़ावा दे सकें। किसी भी परिस्थिति की परवाह किए खुद को उसके अनुसार ढाल सकें।