हिमाचल प्रदेश समेत देश भर में मानसून का प्रकोप जारी है कई जगह अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालातों को देखते हुए स्कूलों को भी कुछ दिन के लिए बंद कर दिया गया है। बीते दो दिनों से बारिश लगातार जारी है, जिसके चलते हालात बेहद खराब हो गए हैं।
हरियाणा के पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र और सोनीपत समेत कई क्षेत्रों में लगातार दूसरे दिन बारिश हुई जबकि पंजाब के फतेहगढ़ साहिब, मोहाली, रूपनगर और पटियाला में भी भारी बारिश हुई। दोनों राज्यों में भारी बारिश से महत्वपूर्ण सड़कों पर यातायात प्रभावित रहा और उड़ानों में देरी हुई।
कुछ स्थानों पर घरों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना। कई जगह तो हालात सह हो गए कि सड़कों पर नावों का इस्तेमाल किया गया है। दिल्ली में यमुना सहित देश के उत्तरी क्षेत्र में कई नदियां उफान पर हैं। कई शहरों और कस्बों में सड़कें तथा आवासीय क्षेत्र घुटनों तक पानी में डूब गए।
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में दक्षिण-पश्चिम मानसून का प्रकोप लगातार जारी है। राज्य में हवाई, रेलवे, सड़क, बिजली एवं सार्वजनिक संपत्ति को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा है जबकि सतलुज, रावी, ब्यास यमुना और चेनाब जैसी सभी नदियों का जल स्तर बढ़ गया है।
शिमला, कुल्लू और कांगड़ा में घने कोहरे एवं लगातार बारिश होने के कारण हवाई सेवा ठप्प है। मौसम विभाग ने राज्य में ‘रेड अलटर्' जारी किया है और चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर तथा हमीरपुर में कुछ स्थानों पर अतिवृष्टि एवं बिलासपुर, शिमला, सोलन व सिरमौर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में शामिल गुरुग्राम और नोएडा शहर के सभी स्कूल मूसलाधार बारिश के मद्देनजर बंद रहेंगे। राष्ट्रीय राजधानी समेत उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत के ज्यादातर हिस्सों में शनिवार से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके चलते जलभराव, अचानक बाढ़ आने, मकानों के ढहने की घटनाएं हुई हैं तथा इनमें लोगों की मौत हुई है।
भारी बारिश के कारण गुरुग्राम के कई हिस्सों में जलभराव और यातायात जाम की समस्या उत्पन्न हो गई, जिस कारण प्रशासन ने निजी कंपनियों को अपने कर्मचारियों से सोमवार को घर से काम कराने की सलाह दी और विद्यालयों को छुट्टी की घोषणा करने की सलाह दी।