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Womens Day: 15 की उम्र में शादी, 16 में बनने के बाद भी शहनाज हुसैन ऐसे बनी देश की सफल Beauty Icon

  • Edited By neetu,
  • Updated: 08 Mar, 2022 10:44 AM
Womens Day: 15 की उम्र में शादी, 16 में बनने के बाद भी शहनाज हुसैन ऐसे बनी देश की सफल Beauty Icon

महिला दिवस हर साल दुनियाभर में 8 मार्च को सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। ऐसे में आज हम आपको इस खास मौके पर आज हम आपको पद्मश्री से सम्मानित भारत की पहली महिला ब्यूटीशियन शहनाज हुसैन के बारे में बताने जा रहे हैं। शहनाज हुसैन अनुसार, इस क्षेत्र में नाम बनाना आसान काम नहीं था बल्कि उन्हें इस दौरान कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। एक इंटरव्यू दौरान उन्होंने बताया था कि ब्यूटी इंडस्ट्री में आने से पहले उनकी जिंदगी काफी अलग थी। वे एक हाउसवाइफ थी। मगर वे महिलाओं के लिए कुछ करना चाहती थी। ऐसे में उन्होंने फैसला किया कि वे औरतों को हर्बल ब्यूटी के लिए उत्साहित करेगी। उनकी कड़ी मेहनत और हौंसले से उन्हें देश की पहली हर आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनके 100 से अधिक सैलून है। चलिए आज महिला दिवस के खास मौके पर हम आपको हर्बल क्वीन शहनाज हुसैन की लाइफस्टोरी के बारे में बताते हैं...

​15 साल की उम्र में हुई शादी

बता दें, शहनाज जी का जन्म मुस्लिम रॉयल फैमिली में हुआ था। उस दौरान इस परिवार की लड़कियों की शादी 15 साल में हो जाती थी। घर की परंपरा के मुताबिक ही शहनाज ही का विवाह 15 साल ही उम्र में हो गया था। इसके साथ ही वे 16 साल ही उम्र में ही मां बन गई थी। वैसे तो उनकी जिंदगी में सब अच्छे से चल रहा था। मगर एक ही तरह की रूटीन के चलते व बोर हो गई थी। ऐसे में उन्होंने कुछ अलग करने व ब्यूटी के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोची। शहनाज हुसैन को पहले से ही ब्यूटी में रुचि भी थी। ऐसे में इस दौरान उनके पति की पोस्टिंग तेहरान (ईरान) में हुई और मानो जैसे उनके किस्मत के रास्ते खुलने शुरू हो गए।

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​ब्यूटी आइकन बनने से शहनाज हुसैन ने किया यह काम

पति की पोस्टिंग होने के बाद शहनाज 7 साल तक लंदन में रही। वहां उन्होंने ब्यूटी की पढ़ाई शुरु की। मगर किसी कारण उन्हें पति के पास तेहरान जाना पड़ गया। इसके साथ ही अपनी आगे की पढ़ाई के लिए पैसों की जरूरत होने पर शहनाज हुसैन ने टाइपिस्ट का काम किया। बता दें, शहनाज जी की शादी स्कूल पास होने के तुरंत बाद होने से वे ग्रेजुएशन नहीं कर पाई। ऐसे में उन्हें नौकरी मिलना आसान नहीं था। मगर उनके लिखने का शौक होने से उन्होंने टाइपिस्ट की नौकरी की। बता दें, नौकरी दौरान अपनी डेडलाइन पूरी करने के लिए वे घंटों टाइपिंग करती है। इसके कारण कई बार उनकी उंगलियों से खून भी बहने लगता था। तब काम के कारण उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। मगर बाद में उनकी उंगलियों की हालत ज्यादा खराब हो गई।

पढ़ाई के लिए पैसे जमा करने पर किया संघर्ष

शहनाज जी की उंगलियों की हालत इतनी खराब हो गई थी कि डॉक्टर ने उन्हें टाइपिंग करने पर खासतौर पर मना कर दिया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर वे लिखना बंद नहीं करेंगी तो उनकी उंगलियां काटनी पड़ सकती हैं। ऐसा सुनने पर शहनाज जी ने बिना डरे डॉक्टर से पूछा कितना? उन्होंने ने डॉक्टर से पूछा की, अगर थोड़ा बहुत उंगलियों को काटा गया तो बाकी बच सकती है, जिससे वे लिख पाएं और अपनी पढ़ाई के लिए पैसे इकट्ठे कर सके। बता दें, शहनाज हुसैन अपना खुद का काम शुरु करने से पहले उसके बारे में सही से पूरी तरह जानकारी लेना चाहती थी। ऐसे में उन्होंने अपने करियर के बीच आती सभी रुकावटों पर ध्यान दिए बिना आगे बढ़ना तय किया। अपने इस संघर्ष से शहनाज जी ने अपने करियर की दिशा बदल दी।

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​पिता से उधार लेकर शुरू किया काम

शहनाज जी हर्बल तरीके से ब्यूटी ट्रीटमेंट करना चाहती हैं। इसके लिए उन्होंने भारत आकर साल 1971 में अपना पहला सैलून खोला। इसके लिए उन्होंने अपने पिता से 35 रुपए उधार में लिए। अपने सैलून में वे हर्बल चीजों से सौंदर्य बढ़ाने के अलग-अलग नुस्खे लोगों को बताती थीं। वे आयुर्वेद से काफी प्रभावित थीं, क्योंकि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता था। काम में मदद लेने के लिए वे आम औरतों को साथ-साथ औरतों को ट्रेनिंग देती थी। इसतरह उनका ग्रुप बढ़ने लगा और देश-विदेश में ही उनके प्रोडक्ट्स की चर्चा होने लगी। उस समय सोशल मीडिया प्लेटफॉम ना होने पर वे खुद लोगों से मिलकर अपने प्रोडक्ट्स के लिए फीडबैक लेती थीं। वे महिलाओं की हेयर और स्किन संबंधी समस्याएं सुनकर उन्हें इसे ठीक करने के नुस्खे बताती थीं। उनके हर्बल केयर से महिलाओं को काफी फायदा मिला। ऐसे में महिलाएं इनके प्रोडक्ट्स व नुस्खों को खासतौर पर अपनाने लगी।

कई पुरस्कारों से नवाजी गई

अपने हर्बल प्रोडक्ट्स व नुस्खों से शहनाज हुसैन का देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब नाम हुआ। वे कई पुरस्कारों से भी नवाजी गई। साल 2006 में भारत सरकार की ओर से शहनाज जी को पद्मश्री सम्मान मिला। वे FICCI की ओर से आउटस्टैंडिंग वीमेन एंटरप्रेन्योर का अवार्ड से भी नवाजी गई। इसके साथ ही उन्हें वर्ल्ड ग्रेटेस्ट एन्टरपन्योर पुरस्कार भी मिला। इसके अलावा उन्होंने अपनी काबियलियत से कई सम्मानित अवार्ड अपने नाम किए। भारत में खुद के दम पर उन्होंने ब्यूटी के क्षेत्र में अपना अलग नाम बनाया। आज भी उनके हर्बल ब्रांड देश-विदेशों में मशहूर है। अपनी काबिलियत से उन्होंने आयुर्वेदिक चीजों को दुनिया के हर कोने में पहुंचाया। ऐसे में वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर ब्यूटी आइकॉन बनीं।

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