विदेश मंत्रालय ने भारत के प्रवासियों और विदेशी आंगतुकों के लिए वीजा और कांसुलर सेवा चुनने के नियमों को और भी सख्त कर दिया है। भारत की छवि, प्रतिष्ठा और सेवा को मजबूत बनाने के लिए यह नियम बदले गए हैं। गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय के भारतीय मिशन भारत में आने वाले किसी भी अंतराष्ट्रीय यात्री भारतीय नागरीक या भारतीय मूल के व्यक्ति और विदेश में रहने वाले विदेशी लोग किसी भी समस्या के लिए विदेश मंत्रालय और भारतीय मिशन से संपर्क कर सकते हैं।
आउटसोर्स सेवा देने के लिए उठाया कदम
ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने यह फैसला सही आउटसोर्स सेवा प्रदाताओं को चुनने के लिए पूरे तरीके से अपने टेंडर और मूल्यांकन प्रक्रिया को सुधारने व मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
इस मिशन का फोकस L1 मूल्य पर निर्धारण किया गया है। गुणवत्ता सेवाओं, सतत और व्यवहार्य मूल्य, डेटा इकट्ठा और सुरक्षा, नैतिक प्रथाओं और अखंडता के चार स्तंभों पर इस मिशन में जोर दिया गया है। अध्यक्ष ने कहा कि भारत की यात्रा करने वाले किसी भी व्यक्ति पर छाप छोड़ने के लिए विदेश मंत्रालय को बेहतर कुशल और लागत प्रभावी सेवाएं प्रदान करने पर अपना ध्यान लगाना चाहिए।
यह जरुरी है कि भारत की यात्रा करने वाले या दुनिया में कहीं भी किसी भी भारतीय मिशन के साथ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति की पहली थाप अच्छी होनी चाहिए क्योंकि सरकार नए भारत का अपना वादा पूरा करने की दिशा में काम कर रही है। इसलिए दुनिया में भारत सरकार के सच्चे प्रतिनिधि के रुप में विदेश मंत्रालय और उसके मिशनों को बेहतर कुशल और सही सेवाएं देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो इस दिशा में पहना कदम है।
उन्होंने इसका निष्कर्ष निकालते हुए कहा कि भारत व्यापार, सीमा पर सेवाओं, नागरिक सेवाओं ऐदि जैसे कई सारे क्षेत्रों में खुद को एक वैश्विक नेता के रुप में स्थापित कर रहा है।