आज दुनियाभर में रक्तदाता को सम्मान देने के लिए विश्व रक्तदाता दिवस 2024 मनाया जा रहा है। रक्तदान करना महादान होता है, आपका एक कदम किसी को जिंदगी दे सकता है। जो लोग रक्तदान करने से परहेज करते हैं आज उनका हम ऐसे इंसान के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक -दो बार नहीं बल्कि 90 से ज्यादा बार रक्तदान कर चुके हैं। लोग उन्हें ब्लड मैन के नाम से जानते हैं। चलिए आप भी जानिए इनके बारे में
1 लाख लोगों के लिए बने मसीहा
हजारीबाग के रहने वाले निर्मल जैन अब तक सैंकड़ों लोगों की जिंदगी बचा चुके हैं। वे हजारीबाग और चतरा जिले में सबसे ज्यादा बार रक्तदान करने वाले शख्स के तौर पर जाने जाते हैं। जैन ना सिर्फ बढ़-चढ कर रक्त दान करते हैं बल्कि वह अब तक 2000 से ज्यादा शिविर लगाकर लोगों को इसके लिए प्रेरित भी कर चुके हैं। इतना ही नहीं यह ब्लड मैन 1 लाख से ज्यादा लोगों को रक्त मुहैया करा चुके हैं।
लोगों को करते हैं रक्तदान के लिए जागरूक
निर्मल जैन द्वारा विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, संस्थानों में मोटिवेशन कैंप भी लगाए जाते हैं ताकि लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक किया जा सके। जरा सोचिए एक इंसान लाखों लोगों के लिए इतना कुछ कर सकता है तो हम क्यों नहीं। अगर इसी तरह सभी रक्तदान करेंगे तो किसी को खून ना मिलने के चलते अपनी जान से हाथ नहीं धोना पड़ेगा। आज निर्मल जैन लोगों के लिए मसीहा बन चुके हैं।
45 साल पहले शुरू किया था अभियान
किसी को भी रक्त की जरूरत होती है तो वे निर्मल जैन को फोन करते हैं। अस्पताल तो उनके लिए मंदिर की तरह है जहां वे हर दिन चार से पांच बार जाते हैं। निर्मल जैन बताते हैं कि यह अभियान करीब 45 साल पहले शुरू किया गया था.,जब एक महिला को रक्त की जरूरत थी और उसके परिवार के सदस्य और मोहल्ले के लोग रक्तदान करने से डर रहे थे। उस दिन उन्होंने रक्तदान कर महिला की जान बचाई, तब से वह लोगों को इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं।
निर्मल जैन को मिल चुका है सम्मान
निर्मल जैन कहते हैं कि रक्तदान करने से शरीर में नया खून बनता है, जिससे खून पतला रहता है और हार्ट अटैक की संभावना काफी कम हो जाती है। उन्होंने कहा रक्तदान करने के बाद उन्हें कभी सिर दर्द या कमजोरी नहीं हुई क्योंकि लोगों का आशीर्वाद उनके साथ है। निर्मल जैन को रक्तदान करने और लोगों को प्रेरित करने के लिए राज्यपाल समेत कई मंत्रियों ने सम्मानित किया है।