कोरोना का कहर रूकने का नाम नहीं ले रहा। रोजाना कई लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा खतरा प्रेग्नेंट महिलाओं को हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को वैसे ही अपनी सेहत का अधिक ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि यह महामारी के बाद भी जच्चा-बच्चा दोनों को प्रभावित कर सकता है। वही, अगर प्रेग्नेंट महिला कोरोना की चपेट में आ जाती है तो मां और गर्भ में पल रहे शिशु की स्वास्थ्य की चिंता ओर भी बढ़ जाती हैं।
कोविड-19 पॉजिटिव होने से बढ़ता है प्रीमैच्योर डिलीवरी का खतरा
रिपोर्ट्स की माने तो पेट में पल रहे बच्चे पर कोविड-19 पॉजिटिव मां के इन्फेक्शन का असर नहीं होता लेकिन इससे प्रीमैच्योर डिलीवरी होने की संभावना बढ़ जाती है इसलिए इस सिचुएशन को गंभीरता से लेने की जरूरत है। खबरों को मुताबिक, ज्यादा कमाई करने वाले देशों में प्रीमैच्योर प्रेग्नेंसी के मामले अन्य गरीब और मध्यम इनकम वाले देशों के मुकाबले 10% कम रहे।
अन्य बीमारियों से पीड़ित प्रेग्नेंट महिलाएं रहें सतर्क
दूसरी ओर जो प्रेग्नेंट महिलाएं पहले से ही कई गंभीर बीमारियों जैसे कि मोटापा, डायबिटीज और थायराइड जैसी बीमारी से जूझ रही हैं उनके लिए खतरा अधिक होता है। ऐसे में जरूरी है कि आप कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करें।
कोविड में प्रेग्नेंट महिलाएं कैसे रहे सुरक्षित?
- सोशल डिस्टेंसिंग, हाथों की सफाई, मास्क, ग्लोव्स, पीपीई जैसे प्रोटेक्टिव गियर को महत्व देना जरूरी
-बिना किसी काम के घर से बाहर न निकलें
-हैल्दी डाइट लें और खूब पानी पीएं
- हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें
इन नियमों का पालन करके ही आप खुद और अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को सुरक्षित रख सकती है।