बरसाती मौसम में महिलाओं को वैजाइना हैल्थ का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है क्योंकि नमी भरे इस मौसम में वैजाइना इंफेक्शन, यूटीआई का खतरा रहता है। सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि प्रेग्नेंट वुमन व टीनएज लड़कियों का भी इसका शिकार हो सकती हैं। ज्यादातर महिलाएं इस बारे में खुलकर बात नहीं करती हैं जबकि रिसर्च के मुताबिक, महिलाओं को 50% से ज्यादा बीमारियां वैजाइना से ही शुरू होती हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे प्राइवेट पार्ट्स हाइजीन का ख्याल कैसे रखें।
हाइजीन को ध्यान में रखकर चुनें इनरवियर
फैशन और ट्रेंड ही नहीं बल्कि मौसम के हिसाब से अंडवियर्स का चुनाव करें। गर्मी के मौसम में नाइलॉन या मिक्स कॉटन की बजाए प्योर कॉटन अंडवियर्स का चुनाव करें। इसमें आप आरामदायक भी महसूस करेंगी और प्राइवेट एरिया भी ड्राई रहेगा। दरअसल, कॉटन अंडवियर में हवा पास होती रहती है, जिससे स्किन इंफेक्शन का खतरा कम होता है।
ऐसे हों आपके इनरवियर्स
. हमेशा कॉटन की ब्रा और पैंटी चुनें, जिससे रैशेज और इचिंग की समस्या नहीं होगी। वहीं, प्रेगनेंसी में हॉर्मोनल बदलाव के कारण कुछ महिलाओं को ब्रेस्ट पर इचिंग होती है लेकिन कॉटन ईनवियर इससे बचाने में मदद करती हैं।
. ध्यान रखें कि इनरवियर्स बहुत अधिक टाइट ना हों क्योंकि इससे वैजाइना को नुकसान हो सकता है।
ऐसे करें प्राइवेट पार्ट की केयर
-गाइनोकॉलजिस्ट के अनुसार, दिन में कम से कम 2 बार अपने वैजाइना को साफ करना चाहिए। इससे बैक्टीरियल व फंगल इंफेक्शन का खतरा कम होता है।
-अंडरवियर भी दिन में 2 बार बदलें और दोनों बार धुले व साफ अंडरगार्मेंट्स पहनें।
-सोने से पहले प्राइवेट पार्ट को मेडिकेटेड वॉश से क्लीन करेंगी तो बेहतर होगा।
-अधिक से अधिक लिक्विड डायट लेती रहें। इससे आपको फायदा होगा।
-इंटरकोर्स से पहले व बाद में दोनों पार्टनर्स इंटिमेट बॉडी पार्ट्स से वैजाइना की सफाई करें।
-प्यूबिक हेयर रीमूव करना न भूलें लेकिन साफ रेजर से ।
-सैनेटिरी पेड को 4 से 6 घंटे के भीतर बदलें। टेम्पोन्स यूज कर रही हैं तो उसे 2-4 घंटे में बदलें बदलें।
-6 महीने में एक बार गाइनोक्लोजिस्ट से चेकअप जरूर करवाएं।
अगर दिखें ये लक्षण तो हो जाए सतर्क
-गर्मी में पसीने के कारण वैजाइना में इचिंग, इंफेक्शन, डिस्चार्ज जैसी दिक्कतें होना कॉमन है लेकिन ज्यादा समय तक ऐसा हो तो अनदेखा ना करें।
-वैजाइना से डिस्चार्जके साथ खुजली या जलन होना इंफेक्शन का संकेत हो सकता है।
-अगर डिसचार्ज कम लेकिन थिक फॉर्म में हो तो तुरंत चेकअप करवाएं।
-यूरिन जैसा सफेद, येलो या ग्रे कलर का डिस्चार्ज होना भी आसामान्य है।
वर्किंग फीमेल्स और पर्सनल हाइजीन
ऑफिस गोइंग महिलाएं पब्लिक टॉयलट यूज ना करें क्योंकि इससे वेजिनाइटिस होने के चांस बढ़ जाते हैं। अगर यूज कर रही हैं तो सावधानी बरतें।