कोरोना वायरस को लेकर आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कुछ समय पहले शोध में सामने आया था कि यह वायरस हवा के जरिए फैल सकता है। वहीं अब एक ओर चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है कि भारत के सीवरेज वॉटर में कोरोना वायरस मिला है। जी हां, हैदराबाद के सीवर के पानी में कोविड-19 के अंश मिलने का दावा किया गया है। जिसने सबको हैरानी में डाल दिया है।
सीवर के पानी में कोविड-19 के अंश
हैदराबाद के सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) की सामने आई रिपोर्ट में ये दावा किया गया है, हालांकि इसमें यह भी बताया गया है कि सीवर के पानी में वायरस के जो अंश मिले हैं वो संक्रामक नहीं हैं। सीसीएमबी के निदेशक राकेश मिश्रा का कहना है कि व्यक्ति के कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी रैपिड एंटीजेन, सेरोलॉजिकल टेस्ट, या फिर कोविड-19 टेस्ट से ही मिल सकती है। उनका कहना है कि सीवर के पानी से वायरस का कैसे पता करें इसकी तलाश कर रहे हैं। इसके साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि सीवर के पानी में वायरस की कितनी मात्रा है।
लोगों की जगह होगा सीवर के पानी का टेस्ट
राकेश मिश्रा आगे बताते हैं कि इससे आप लोगों की बजाए सीवर के पानी का टेस्ट कर सकते हैं। पानी में मौजूद वायरस की मात्रा से इस बात का पता लगा सकते हो कि इलाके में कितने संक्रमित होंगे। हाल ही में सीसीएमबी द्वारा किए गए सर्वे में पाया गया है कि जिस इलाके के सीवर के पानी का टेस्ट किया गया। उस जगह से करीब छह लाख से ज्यादा के लोग संक्रमित निकल सकते हैं। उनका कहना है कि सीवरेज का पानी टेस्टिंग का काफी भरोसेमंद तरीका है। कोरोना से संक्रमित लोगों के बारे में पता करने के लिए शहर के दस हजार लोगों के सैंपल नहीं लेने पड़ेंगे।