शादी, भारतीय समाज के लिए एक ऐसा शब्द है, जो हर किसी के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बेटा या बेटी जल्दी शादी करके सैटल हो जाए, ताकि उनके सिर का बोझ हल्का हो जाए। खासकर लड़कियों के मां-बाप तो 20 की उम्र पार करने के बाद ही उसपर शादी के लिए दवाब बनाना शुरू कर देते हैं। मगर, कुछ लड़कियां जल्दी शादी नहीं करना चाहती लेकिन वह अपने पेरेंट्स से इस बारे में खुलकर बात नहीं कर पाती।
करियर पर फोकस करना है...
आजकल पेरेंट्स अपनी बेटियों की पढ़ाई लिखाई में कोई कसर नहीं छोड़ते लेकिन पढ़ाई पूरी होते ही उन्हें लड़की की शादी की चिंता शुरू हो जाती है। अगर पेरेंट्स शादी के लिए जल्दी ना भी करें तो रिश्तेदार व पड़ोंसी पीछा नहीं छोड़ते। बहुत-सी लड़कियां अपने करियर पर फोकस करना चाहती है लेकिन पेरेंट्स से बात करने में कतराती हैं। मगर, यह आपकी जिंदगी है इसलिए आपको ही इसके लिए स्टैंड होना पड़ेगा। जिंदगी में माता-पिता से अच्छा कोई दोस्त नहीं होता। ऐसे में उनसे घबराने की बजाए सीधा अपने मन की बात कहें कि आप अभी करियर पर फोकस करना चाहती है।
अगर लड़का ना हो पसंद
वहीं, अगर आपको लड़का पसंद नहीं है तब तो आपका चुप रहना और भी गलत है। अगर आप अपने पेरेंट्स से इस बारे में खुलकर बात नहीं कर पा रही हैं तो परिवार के अन्य सदस्य से अपने दिल की बात शेयर करें। उन्हें समझाएं कि आप अभी शादी के बंधन में क्यों नहीं बंधना चाहती। दवाब में की गई शादी वैसे भी कभी सफल नहीं हो सकती।
पेरेंट्स का दिल रखने के लिए शादी क्यों...
अगर पेरेंट्स का दिल रखने के लिए आप आज हार मान लेंगी तो ऐसी शादी में कभी खुश नहीं रह पाएंगी। साथ ही ऐसा कर आप अपने पार्टनर के साथ भी धोखा करेंगी। वहीं कई बाद ऐसी शादी तलाक तक भी पहुंच जाती है, फिर जबरदस्ती क्यों? ऐसे में बेहतर यही होगा कि आप अपनी हिचकिचाहट को छोड़िए और पेरेंट्स से बात कीजिए।
बचपन से शादी का डर?
अक्सर लड़कियां ऐसे माहौल में बड़ी होती है, जहां उन्हें ससुराल के बारे में सिर्फ बुरी बातें ही सुननी पड़ती है। तुझे कैसा पति मिलेगा? सास के तानें सुनने पड़ेंगे? ससुर के सामने पल्लू करना होगा वगैरह... मगर, समय के साथ लोगों की सोच में भी काफी बदलाव आ चुका है। ऐसे में अगर आप चाहें तो शादी के बीच गैप डालने के लिए कहें, ताकि आप रिश्तेदार व उसके परिवार वालों को अच्छी तरह समझ सकें। अगर इस बीच आपको कुछ सही ना लगे तो इस बारे में पेरेंट्स से बात करें।
नहीं पसंद पति की रोक-टोक
इस मॉर्डन समय में लड़कियां अपनी शर्तों पर जीना पसंद करती हैं। वह अपनी पसंद के कपड़े पहनना, ट्रैवलिंग और जी चाहे वो खाना पसंद करती हैं। मगर, शादी के बाद उन्हें अपने पति की पसंद से कपड़े पहनने पड़ते हैं। वह बिना इजाजत घर से बाहर नहीं जा पाती। यहां तक कि उन्हें अपना पसंदीदा खाना भी छोड़ना पड़ता है। मगर, जरूरी नहीं कि ऐसा हर बार हो। आप शादी से पहले इस बारे में अपने पार्टनर से खुलकर बात करें और उन्हें समझाएं कि आप शादी के बाद खुद को बदलना नहीं चाहती।
अगर शादी के बाद करनी हो जॉब
कुछ लड़कियां इस वजह से भी शादी से भागती हैं क्योंकि वह अपनी जॉब या बिजनेस को नहीं छोड़ना चाहती। बता दें कि आज ऐसी कई महिलाएं है, जो हाउसवाइफ होने के बाद भी जॉब पर जाती हैं या अपनी करियर संभालती हैं। फिर आप क्यों शादी के बाद जॉब नहीं कर सकती या बिजनेस नहीं संभाल सकती। बस खुद पर भरोसा रखिए और अपने पार्टनर से इस बारे में बात करें।