23 DECMONDAY2024 1:38:22 AM
Nari

इन 2 लड़कियों की महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल, मुफ्त दे रही शिक्षा ताकि सुधर सके जीवन

  • Edited By Janvi Bithal,
  • Updated: 23 Nov, 2020 02:52 PM
इन 2 लड़कियों की महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल, मुफ्त दे रही शिक्षा ताकि सुधर सके जीवन

कहते हैं एक महिला ही दूसरी महिला का दर्द समझ सकती है यह शब्द बिल्कुल सही है। चाहे आज समाज में महिलाएं भी पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं लेकिन हमारे आस-पास आज भी बहुत सी ऐसी महिलाएं भी है जो अपने लिए कुछ करना चाहती हैं लेकिन वह कर नहीं पाती है। शायद इनके पास वो सपोर्ट न हो जो दूसरी महिलाओं को मिलता है लेकिन कहते हैं न कि हर किसी की मदद के लिए भगवान ने कोई न कोई इंसान अपने रूप में भेजा होता है और एक ऐसा ही रोल अदा कर रही है 23 साल की अरिसा जेमिमा इकराम इस्माइल जो अप्रवासी महिलाओं को मुफ्त शिक्षा देकर उन्हें सशक्त बना रही है। 

महिलाओं को दे रही मुफ्त शिक्षा 

PunjabKesari

दरअसल यह महिलाएं कुआलालंपुर के बाहरी क्षेत्र में अप्रवासी महिलाओं को मुफ्त शिक्षा प्रदान कर रही हैं। इनमें हर उम्र की महिला है जो पढ़ने का ख्वाब रखती है। यहां महिलाएं मलय और इंग्लिश में पढ़ना और लिखना सीख रही हैं। इन्हें पढ़ाने की शुरूआत दो लॉ स्टूडेंट्स ने की और वह इन महिलाओं की मदद कर उन्हें सशक्त बनाना चाहती हैं। 

बदलना चाहती हैं महिलाओं की जिंदगी 

अरिसा जेमिमा इकराम इस्माइल महिलाओं को पढ़ा कर इनकी जिंदगी सवार रही है। इतना ही अरिसा के साथ उनकी सहेली देविना देवराजन भी कुआलालंपुर में रहने वाली कुछ महिलाओं को पढ़ा रही हैं। दरअसल वह उन महिलाओं से मिली और उन्हें यह जानकर काफी हैरानी हुई कि यह महिलाएं असल में पढ़ना चाहती हैं लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पा रहा था। 

इंस्टाग्राम के जरिए बाकी लोगों को जोड़ा

PunjabKesari

इन दो लड़कियों ने ठाना कि वह इन महिलाओं को मुफ्त शिक्षा देगीं और इसके लिए उन्होंने इन महिलाओं को पढ़ाने के लिए कुछ शिक्षकों से बात की और सोशल मीडिया के जरिए अपने काम को बढ़ाया। फिर धीरे-धीरे इस काम में लोग जुड़ते गए और अब 20 लड़कियां यहां कम से कम 50 परिवारों की अप्रवासी महिलाओं को फ्री में शिक्षा दे रही हैं। 

'महिलाओं के लिए ऐसी चैरिटी जरूरी'

महिलाओं को मुफ्त शिक्षा देने वाली अरिसा की मानें तो प्रवासी महिलाओं के लिए इस तरह की चैरिटी बहुत जरूरी है। इसके जरिए वह खुद तो पढ़ना-लिखना सीखेंगी ही साथ ही अपने समुदाय के अन्य लोगों को भी शिक्षित कर सकेंगी। 

अलग कमरे में किया है इंतजाम 

PunjabKesari

इन महिलाओं को पढ़ाने के लिए लड़कियों ने अलग कमरे में इंतजाम किया है। इनमें बहुत सी महिलाएं ऐसी भी हैं जो साथ में अपने बच्चों को भी ले आती हैं। 

Related News