04 NOVMONDAY2024 11:39:52 PM
Nari

नारी तेरे जज्बे को सलाम, कैंसर की आखिरी स्टेज पर लोगों के लिए कर रही हैं ये काम

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 14 Feb, 2020 07:34 PM
नारी तेरे जज्बे को सलाम, कैंसर की आखिरी स्टेज पर लोगों के लिए कर रही हैं ये काम

कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है, जो व्यक्ति को मौत के दरवाजे तक ले जाती है। यही नहीं, कैंसर के चलते इंसान का आत्मविश्वास खत्म हो जाता है और वो अंदर से टूट जाता है। मगर, कैंसर का आखिरी स्टेज पर डटकर खड़ी सुरुची वडालिया ने तो दुनिया के सामने मिसाल ही खड़ी कर दी है।

PunjabKesari

वायु प्रदूषण है कैंसर का मुख्य फैक्टर

सुरुची वडालिया ब्रेन ट्यूमर की आखिरी स्टेज पर है लेकिन अपने लाइफ के आखिरी पलों में भी वो आने वाली पीढ़ी के बारे में सोच रही हैं। दरअसल, कैंसर का एक मुख्य फैक्टर वायु प्रदूषण भी है, जिसे रोकना सुरुची का लक्ष्य बन गया है। वायु प्रदूषण को रोकने और आने वाली पीढ़ियों को इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए सुरुची पेड़-पौधे लगा रही हैं। वह अब तक 30 हजार से ज्यादा पौधरोपण कर चुकी हैं।

PunjabKesari

ब्रेन कैंसर की आखिरी स्टेज पर है सुरुचि

सुरुचि को एक दिन अचानक तेज सिरदर्द हुआ, जांच करवाने पर पता चला कि उन्हें आखिरी स्टेज का ब्रेन ट्यूमर है। उन्होंने इसका इलाज शुरू करवाया लेकिन उनकी हालात में सुधार होने की बजाए वो और भी बिगड़ने लगी। अपने हालात देखते हुए सुरुचि मन परेशान होने लगा। वह इसके कारण और उसे खत्म करने के बारे में सोचने लगी। तभी उन्हें पेड़-पौधे लगाने का ख्याल आया।

PunjabKesari

अब तक लगा चुकी हैं 30 हजार पौधे

उन्होंने खाली समय में अपनी ना सही पर दूसरों की जिंदगी को बचाने के लिए पहल शुरु की। उनका कहना है कि भले ही कैंसर का इलाज संभव नहीं है लेकिन इस पर रोक लगाई जा सकती है। फिर क्या था उन्होंने वायू प्रदूषण के खिलाफ अपनी जंग शुरू कर दी। 2 साल के अपने इस सफर में वह लगभग 30 हजार पौधे लगा चुकी हैं। उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता कि वो कितने दिन तक जिंदा रहने वाली हैं, लेकिन वह चाहती हैं कि पौधे लगाकर लोगों की सांसों में हमेशा रहें।

PunjabKesari

नहीं छोड़ा हिम्मत और हौंसला

ट्रीटमेंट के दौरान वो 36 कीमोथेरेपी और उतनी ही रेडिएशन थेरेपी भी ले चुकीं हैं। इसके साथ ही उन्हें कई दवाइयां भी लेनी पड़ती है। थेरेपी के कारण उन्हें अपने लंबे बाल भी गवांने पड़े। मगर, इस समय में भी उन्होंने अपने हिम्मत और हौंसला नहीं छोड़ा।

PunjabKesari

वायु प्रदूषण के खतरों से करती हैं आगाह

वह पौधे लगाने के अलावा लोगों को वायु प्रदूषण के खतरों से आगाह भी करती हैं। यही नहीं, वह गांवों और स्कूलों में जाकर भी लोगों को अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं क्योंकि उनका मानना है कि सिर्फ पौधे लगाकर वायू प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

PunjabKesari

PunjabKesari

एनजीओ ने की मदद

सूरत शहर के एनजीओ हार्ट एट वर्क ने कुछ समय पहले क्लीन इंडिया, ग्रीन इंडिया मूमेंट की शुरुआत की है, जिसमें उन्होंने 2,500 पौधे लगाने का लक्ष्य बनाया था। जब उन्हें सुरुचि के बारे में पता चला तो उन्होंने उनकी मदद करने की सोची। यही नहीं, उन्होंने सुरुचि को अपना ब्रांड एंबेसेडर भी बनाया। डॉक्टरों ने सुरुची को ज्यादा चलने व ट्रेवल करने में सावधानी बरतने को कहा था लेकिन संस्था ने उनके पौधे लगाने का अभियान रुकने नहीं दिया।

PunjabKesari

उनके इस साहस को देख लोगों को ना केवल प्रेरणा मिल रही है बल्कि लोग उनकी इस मुहिम में शामिल भी हो रहे हैं।

लाइफस्टाइल से जुड़ी लेटेस्ट खबरों के लिए डाउनलोड करें NARI APP

Related News