नारी डेस्क: कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है, जो समय पर पहचान न होने पर जानलेवा साबित हो सकती है। कैंसर के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें से पेट का कैंसर या गैस्ट्रिक कैंसर भी एक प्रमुख और गंभीर बीमारी है। पेट के कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान समय पर करना बेहद जरूरी है, क्योंकि यदि इसका निदान देरी से होता है, तो स्थिति काफी गंभीर हो सकती है। नवंबर का महीना Stomach Cancer Awareness Month (पेट कैंसर जागरूकता माह) के रूप में मनाया जाता है, ताकि लोगों को पेट के कैंसर के बारे में जानकारी दी जा सके और इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानने की अहमियत को बताया जा सके। इस लेख में हम पेट के कैंसर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी, इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपायों पर चर्चा करेंगे।
पेट का कैंसर कैसे होता है?
पेट का कैंसर पेट की आंतरिक परत में बनता है, जहां डीएनए में बदलाव के कारण कैंसर सेल्स विकसित होते हैं। यह बदलाव धीरे-धीरे ट्यूमर के रूप में विकसित होता है। पेट के कैंसर के प्रमुख कारणों में ज्यादा नमकीन खाद्य पदार्थों का सेवन, अधिक एसिडिक फूड्स, अचार और स्मोक्ड फूड्स का सेवन, धूम्रपान और शराब पीना शामिल हैं। इसके अलावा पेट के पुराने रोग जैसे अल्सर और पॉलीप्स भी इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं। कुछ मामलों में यह बीमारी जेनेटिक्स यानी परिवार में यह बीमारी होने पर भी हो सकती है।
पेट के कैंसर के शुरुआती संकेत
पेट के कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर हल्के होते हैं, जिनकी पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लेकिन यदि इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाता है, तो कैंसर की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। पेट के कैंसर के कुछ प्रमुख संकेत निम्नलिखित हैं
सीने में जलन (Heartburn)
सीने में जलन या अपच होना पेट के कैंसर का एक प्रमुख संकेत हो सकता है। यह समस्या अक्सर ट्यूमर के बढ़ने के कारण पेट की आंतरिक परत में जलन उत्पन्न होने से होती है। अगर यह जलन बार-बार हो रही हो या पुरानी हो चुकी हो, तो यह संकेत हो सकता है कि आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पेट फूलना (Bloating)
यदि आप थोड़ा खाना खाने के बाद भी पेट में फूलापन महसूस करते हैं, तो यह भी पेट के कैंसर का एक लक्षण हो सकता है। ट्यूमर के कारण पेट में जगह की कमी हो जाती है, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अगर यह समस्या लगातार बनी रहती है, तो यह गंभीर हो सकता है।
भूख का न लगना और वजन में गिरावट (Loss of Appetite & Weight Loss)
पेट में कैंसर के कारण व्यक्ति को भूख का न लगना एक सामान्य लक्षण है। आपको पहले जैसा खाने का मन नहीं करेगा और धीरे-धीरे आपका वजन घटने लगेगा। यह अचानक और तेजी से वजन घटने की प्रक्रिया पेट के कैंसर से जुड़ी हो सकती है।
उल्टी और मतली (Nausea & Vomiting)
पेट के कैंसर की शुरुआत में अक्सर उल्टी और मतली जैसी समस्याएं होती हैं। अगर उल्टी में खून का मिश्रण नजर आता है, तो यह बहुत गंभीर संकेत है और आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा, खाना निगलने में कठिनाई होना भी पेट के कैंसर का एक संकेत हो सकता है।
एनीमिया (Anemia)
पेट में ट्यूमर के कारण ब्लीडिंग की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जिसके कारण शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है। इससे एनीमिया की समस्या उत्पन्न हो सकती है। एनीमिया के लक्षणों में थकान, कमजोरी, और त्वचा का पीला पड़ना शामिल हैं। अगर आप इन लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो पेट कैंसर का टेस्ट कराना जरूरी है।
पेट के कैंसर से बचाव
पेट के कैंसर से बचाव के लिए जीवनशैली और आहार में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं, जो इसके जोखिम को कम कर सकते हैं।
1. स्वस्थ आहार अपनाएं- फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। यह आहार पेट के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
2. धूम्रपान और शराब से बचें- तंबाकू, धूम्रपान और शराब पेट के कैंसर के प्रमुख कारण हैं, इसलिए इनसे बचना चाहिए।
3. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें- नियमित रूप से व्यायाम करें ताकि आपका शरीर स्वस्थ और मजबूत बना रहे।
4. वजन को नियंत्रित रखें- अधिक वजन और मोटापा पेट के कैंसर का जोखिम बढ़ा सकते हैं, इसलिए अपने वजन को नियंत्रित रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
पेट का कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, लेकिन इसके शुरुआती लक्षणों की पहचान कर इसे समय पर रोका जा सकता है। इसलिए, पेट के कैंसर के संकेतों को नजरअंदाज न करें और अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। नवंबर में मनाए जाने वाले Stomach Cancer Awareness Month के अवसर पर, यह बेहद जरूरी है कि हम पेट के कैंसर से संबंधित जागरूकता फैलाएं और इस गंभीर बीमारी से बचने के उपायों पर ध्यान दें।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और पेट के कैंसर से बचाव के उपायों को गंभीरता से लें, ताकि इस बीमारी को समय रहते रोका जा सके।