बच्चे खेल-कूद मस्ती करते हुए ही अच्छे लगते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, यह उनकी सेहत के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि खेल-कूद से बच्चों का शारीरिक विकास बढ़िया तरीके से होता है और वो अधिक स्वस्थ भी रहते हैं। मगर, कई बार बच्चे थोड़ा-खेलने पर भी थक जाते हैं, जिसे पेरेंट्स मामूली समझ इग्नोर कर देते हैं। कुछ पेरेंट्स तो इसकी वजह से बच्चों को ज्यादा खेलने भी नहीं देते लेकिन यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। चलिए हम आपको बताते हैं कि बच्चों में थकान के क्या कारण हो सकते हैं...
आइए जानते हैं इसके लक्ष्ण
. पढ़ाई में दिल न लग पाना
. बार- बार जम्हाई आना
. शरीर में थकान महसूस करना
. खेलना बंद कर देना
. बार-बार अपने बाल, आंख और कानों को रगड़ना
. चिड़चिड़ापन और जिद्दी हो जाना
बच्चों में थकान के कारण कुछ इस प्रकार है
नींद में समस्या
थकान होने के कारण बच्चों को नींद नहीं आती। बच्चे को कम से कम 8 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए। अगर बच्चे इससे कम सोते हैं तो उनका शरीर थकान महसूस कर सकता है। नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं जैसे नींद टूट जाना, बुरे सपने आना और सोते हुए आंख खुल जाना। ज्यादा परेशानी होने पर डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
दवाई का साइड इफैक्ट होना
दवाइयां ज्यादा लेने से भी शरीर में थकान हो सकती है इसलिए कोई भी दवाई बच्चों को देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर लें। सामान्य एलर्जी की दवाइयां भी शरीर को थका सकती हैं या किसी तरह का साइड इफैक्ट भी डाल सकते हैं।
पुरानी बीमारियां
बच्चे किसी पुरानी बीमारी की वजह से भी थकान महसूस करते हैं जैसे अस्थमा। इसमें सांस लेने में परेशानी होती है, जिस वजह से उनको थकान महसूस हो सकती है।
दिल की बीमारी
दिल से जुड़ी बीमारी के कारण भी बच्चे ज्यादा थकान महसूस करते हैं क्योंकि इससे उनके शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। कमजोर दिल के बच्चों में थकान होने की समस्या ज्यादा पाई जाती है।
एनीमिया
शरीर में जब रक्त का संचार अच्छे से नहीं हो पाता है क्योंकि शरीर में लाल कोशिकाएं शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाती हैं। रक्त की कमी के कारण पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं जा पाता और थकान हो सकती है।