'आहिस्ता कीजिए बातें' और ‘न कजरे की धार’ जैसे कमाल के रोमांटिक गीतों से लोगों के दिल में खास जगह बनाने वाले गजल गायक पंकज उधास ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। 73 साल के गजल गायक लंबे समय से पैंक्रियास ( आपके पेट के पीछे और छोटी आंत के पास एक लंबी ग्लैंड ) का कैंसर से जूझ रहे थे। एक्सपर्ट्स की मानें तो पैंक्रियाटिक कैंसर के लक्षणों को अगर नजरअंदाज किया जाए तो वो काफी जल्दी घातक रूप लेता है। साल 2017 के आंकड़ों के हिसाब से दुनियाभर में इस एक साल में ही 4.47 लाख से ज्यादा लोग पैंक्रियाटिक कैंसर की चपेट में आए। आइए आपको बताते हैं इसके लक्षण और बचाव।
ये हैं इस कैंसर के सबसे प्रमुख कारण
कई सारी स्टडीज में इस बात के संकेत मिलते हैं कि स्मोकिंग करने वाले लोगों में अन्य लोगों की तुलना में पैंक्रियास कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है। हर पांच में से एक पैंक्रियाटिक कैंसर रोगी को चेन स्मोकर पाया जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो सिर्फ स्मोकिंग छोड़ने भर से ही पैंक्रियाटिक कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। इसके अलावा मोटापा और डायबिटीज भी इस कैंसर के प्रमुख कारण हैं ।
पैंक्रियाटिक कैंसर के लक्षण
पेट और पीठ दर्द
अगर आपको लगातार पेट में या पेट में दर्द की परेशानी बनी रहती है, तो ये पैंक्रियाटिक कैंसर की वजह से भी हो सकता है। यह परेशानी समय के साथ-साथ लगातार बढ़ती रहती है।
बुखार रहना
बिना किसी बात के हमेशा बुखार रहना पैंक्रियाटिक कैंसर की ओर इशारा कर सकता है। इसके साथ ही यह शरीर में जलन, सूजन और ब्लड वेलेल्स में जमाव का कारण बना रहता है।
मतली-उल्टी
बिना वजह मतली और उल्टी जैसा महसूस हो रहा है, तो ये भी इस कैंसर की ओर इशारा करता है। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
आंखों और यूरिन का पीलापन
आंखों और स्किन पर पीलापन और यूरिन का रंग डार्क होना भी पैंक्रियाटिक कैंसर का संकेत हो सकता है।
शरीर ठंडा रहना
स्किन में चिपचिपाहट और शरीर का तापमान कम होने को भी हल्के में न लें।
ब्लड प्रेशर का नियंत्रण में न रहना
अगर आपका ब्लड प्रेशर ज्यादातर हाई रहता है तो ये पैंक्रियाटिक कैंसर का लक्षण हो सकता है।
पैंक्रियाटिक कैंसर से बचाव
– एक्सरसाइज करें।
– प्रोसेस्ड और पैकेड फूड का सेवन से बचें।
– स्मोकिंग ना करें।
– वजन बढ़ने से रोके।
– लिवर को डैमेज करने वाले फूड्स जैसेरेड मीट या शराब से बचें।
– शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें।
नोट- ऊपर वाले कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें।