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बेटे की शादी में Nita Ambani पहनेगी 40 तोले सोने-चांदी की साड़ी, कीमत 10 लाख रु.!

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 01 Jul, 2024 06:22 PM
बेटे की शादी में Nita Ambani पहनेगी 40 तोले सोने-चांदी की साड़ी, कीमत 10 लाख रु.!

नारी डेस्क: मुकेश अंबानी के छोटे लाडले अनंत अंबानी जल्दी ही दूल्हे राजा बनने वाले हैं और पूरे परिवार इस समय सेलिब्रेशन की तैयारियों में ही बिजी है। हालांकि फैशन के मुरीदों को इंतजार है कि अंबानीज लेडीज की लुक्स का खासकर नीता अंबानी का जिनका लुक तो सबसे हटके ही रहता है।

हाल ही में वाराणसी से शॉपिंग करते की उनकी वीडियो वायरल हो रही थी। रिपोर्ट की मानें तो वह शादी में सोने-चांदी के तार वाली लाख बूटी साड़ी पहनने वाली है और वाराणसी से उन्होंने यही साड़ी खरीदी है जिसकी कीमत 10 लाख रु. बताई जा रही है। हाल ही में सोनाक्षी सिन्हा ने भी वेडिंग रिस्पेशन में सुर्ख लाल रंग की  'लाख-बूटी' डिजाइन साड़ी ही पहनी थी।
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अब आप सोच रहे होंगे ये कौन सी साड़ी हैं लाख बूटी जिसकी कीमत भी लाखों में है। इस साड़ी की कीमत 10 लाख रु. इसलिए क्योंकि इसे कारीगरों ने चांदी और सोने के पानी चढ़े धागे से बुनी है। 'दैनिक भास्कर' की रिपोर्ट के मुताबिक, नीता अंबानी ने जो  'लाख-बूटी' साड़ी खरीदी उसे बनाने के लिए 2.5 महीने का समय लगा जिसे बेंगलुरु सिल्क पर बनाया गया। इसका रंग लाल है जो नीता अंबानी के मन को भा गई। इस साड़ी में 400 ग्राम-सोने चांदी के तारों का इस्तेमाल किया गया है जो 40 तोले के आस-पास बनता है। साड़ी में 58 फीसदी चांदी और 1.5 फीसदी सोना जड़ित रहता हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि परिवार और रिश्वेतदारों के लिए भी 100 साड़ी का ऑर्डर दिया।

कुछ लोग इसे लख्मा, लक्खा बूटी भी कहते हैं। चलिए आपको लख्मा बूटी की खासियत बताते हैं। लक्खा बूटी का मतलब होता है, छोटी और नाजुक बूटियां, इन्हें कपड़े में बारीकी से बुना जाता है। जिस पर फूल पत्तियों के खूबसूरत डिजाइन बनाए जाते हैं। ये साड़ियां पहनने पर एक रॉयल लुक देती हैं। इसमें होने वाला डिजाइन मुगलों से प्रेरित है। एक साड़ी को बनने में 60 से 62 दिन का समय लग जाता है और एक साड़ी को बनाने में बुनकर के साथ साथ 20 लोगों की मदद अलग से लगती है।

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नीता अंबानी को हजारा बूटी साड़ी बहुत पसंद आई। ये साड़ी पूरे देश में सिर्फ बनारस में तैयार की जाती है। हजारा बूटी साड़ी की कीमत 2 लाख से 6 लाख रुपए तक होती है जो ज्यादातर रेशमी कपड़े में ही देखी जाती है। इंडियन वेडिंग हो और साड़ी ना हो ये तो हो नहीं सकता। भारतीय ट्रडीशन में साड़ी की खास जगह है। शादी का फंकशन साड़ी के बिना अधूरा लगता है। साड़ियों का इतिहास  काफी पुराना है और आज 100 से ज्यादा तरह की साड़ियां बनाई जा रही है। भारत में बनारसी साड़ियों का सबसे ज्यादा जिक्र होता है उत्तर प्रदेश को साड़ियों का गढ़ माना जाता है जहां बनारस, आजमगढ़ और लखनऊ में हैंडलूम का काफी काम होता है।

चलिए, आपको ये भी बता देते हैं कौन सी साड़ी कहां कि फेमस है...

वाराणसी- बनारसी साड़ी
राजस्थान- जयपुरी साड़ी
गुजरात-पटौला साड़ी
बंगाल- बलूचरी साड़ी
बिहार - मधुबनी साड़ी
आंध्र प्रदेश- कलमकारी साड़ी
पश्चिम बंगाल- तांत साड़ी, धकाई जमदानी, कांठा, बलुचरी
छत्तीसगढ़- कोसा सिल्क
कांजीवरम- तमिलनाडु
पोचमपल्ली-तेलंगाना
असम- मूंगा सिल्क
ओडिशा- बोमकई सिल्क,संबलपुरी
महाराष्ट्र- पैठनी साड़ी

वैसे आपकी वॉर्डरोब में कौन सी साड़ी है और आपको कांजीवरम, बनारसी या जयपुरी कौन सी साड़ी पसंद है हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। 

 

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