![कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक रहस्यमयी निमोनिया, जानिए इसके लक्षण और बचाव](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2023_11image_11_25_025116981mainhealth-ll.jpg)
कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ था कि चीन में फैली नई बीमारी ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इस बीमारी के चलते हर किसी के मन में अब डर फैल गया है। इस बीमारी की शुरुआत भी चीन से ही हुई है। इस बीमारी के संक्रामक के कारण एच9एन2 के मामलों पर डब्ल्यूएचओ भी पूरी तरह से अलर्ट पर है और स्वास्थ्य अधिकारियों से लगातार स्थिति के बारे में जानकारी देने और देश में बढ़ते संक्रामक रोग की रोकथाम के लिए प्रयास करने रहने की सलाह दी है। इन सबके बीच एक बड़ा सवाल यह पैदा होता है कि भारत को भी इस रोग को लेकर अलर्ट रहने की जरुरत है और इस बीमारी के लक्षण और बचाव क्या हैं...
क्या है बीमारी का मुख्य कारण?
एक्सपर्ट्स की मानें तो चीन में सर्दियों के मौसम की शुरूआत हो गई है और महामारी के बाद यह पहली सर्दी है जब जहां पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है। लॉकडाउन और प्रतिबंधों के हटने के कारण भी यह बीमारी फैल रही है।
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रहस्यमयी क्यों है ये बीमारी?
कोरोना की रोकथाम के लिए जो प्रतिबंध लगाए गए थे उन्हें अब हटा दिया गया है। जब ऐसे प्रतिबंध हटते हैं तो ऐसी इंफेक्शन बढ़ने के ज्यादा चांस होते हैं। चीन में यह मामले लगातार इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि जानकारी अभी समय के साथ ही पता लगेगी। इसी रहस्यमयी इसलिए भी यह कहा जा रहा है क्योंकि अभी यह काफी नहीं है। इसके लक्षण अलग है और इसके बारे में अभी किसी को ज्यादा पता भी नहीं है।
निमोनिया से अलग हैं लक्षण
निमोनिया के सामान्य लक्षणों की बात करें तो उसें बलगम और बिना बलगम के साथ होने वाली खांसी, बुखार, ठंड लगना और सांस लेने में दिक्कत होना है लेकिन यदि चीन में फैली इस रहस्यमयी निमोनिया की बात करें तो इसके लक्षणों में बिना खांसी के तेज बुखार और फेफड़ों में सूजन शामिल है। निमोनिया के दौरान बच्चे की छाती में दर्द होना, खांसी आना, थकान और बुखार आम लक्षण हैं।
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भारत में कम है बीमारी का जोखिम
चीन में बच्चों में एच9एन2 मामलों में प्रकोप और श्वसन संबंधी बीमारियों को लेकर भारत सरकार स्थिति पर नजर रख रही है और बचाव के लिए सारे आवश्यक कदम भी उठा रही है। आईसीएमआर और स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक इस बात को लेकर गंभीरता से उपाय भी कर रहे हैं जिससे जोखिमों से बचाव किया जा सकता है। भारत में इस वायरस के फैलने का खतरा काफी कम है इसके बावजद मंत्रालय इस स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है।
डब्ल्यूएचओ ने दी सलाह
फिलहाल स्वास्थ्य एजेंसी ने चीन को इस बीमारी और इससे जुड़े मामलों और लक्षणों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा है साथ ही डब्ल्यूएचओ ने इस वायरस से जुड़ी कुछ गाइडलाइन भी जारी की है जिसमें लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है। डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन में लोगों को अपने अपने घरों और आस-पास के इलाकों में साफ-सफाई का खास ध्यान रखने के लिए कहा गया है। गाइडलाइन के अनुसार, शरीर में कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की भी बात कही गई है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का इस्तेमाल करने के लिए भी कहा गया है।
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