नारी डेस्क: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में एक रहस्यमय बीमारी से मौतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 11 बच्चे और 3 जवान लोग शामिल हैं। हाल ही में दो और बच्चों की मौत के बाद यह संख्या और बढ़ गई है। इनमें एक छह साल की बच्ची भी शामिल है। इस बीमारी ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
रहस्यमय मौतों का कारण
मृतकों के परिवारों में यह बीमारी तेजी से फैल रही है, और पिछले 30 दिनों में 3 परिवारों में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इन मौतों के कारण को लेकर पहले माना जा रहा था कि यह फूड प्वाइजनिंग (खाद्य विषाक्तता) से हुई है, लेकिन धीरे-धीरे यह स्थिति और गंभीर होती गई। अधिकतर ग्रामीणों ने एक जैसे लक्षण दिखाए, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने इस पर गंभीरता से ध्यान दिया।
विशेषज्ञों की टीम ने की जांच
राजौरी के कोटरंका गांव में इस रहस्यमय बीमारी से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें हाल ही में सफीना कौसर नामक बच्ची की भी मौत हुई है, जिसके बाद सरकार ने स्वास्थ्य दलों को इस इलाके में तैनात किया है। अधिकारियों के मुताबिक, नमूने एकत्रित कर संभावित स्वास्थ्य खतरों की पहचान की जा रही है।
जम्मू के सरकारी अस्पताल में सफीना के अलावा उसके तीन भाई-बहनों की भी मौत हो चुकी है। इन मामलों की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने विभिन्न प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थानों से विशेषज्ञों की टीम बुलवाई है, जिसमें पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पीजीआई चंडीगढ़, एम्स दिल्ली और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल हैं।
जांच में मिले संकेत
प्रारंभिक जांच के बाद जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ. आशुतोष गुप्ता ने बताया था कि यह मौतें एक वायरल संक्रमण की वजह से हो रही हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस पर पूरी तरह से निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
सभी स्वास्थ्य संस्थान अब इस रहस्यमय बीमारी के कारण का पता लगाने के लिए अपनी जांच कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके और लोगों की जान बचाई जा सके।
इस संकट के समय में सरकारी अधिकारियों और स्वास्थ्य संस्थानों की कोशिश है कि जल्दी से जल्दी इस रहस्यमय बीमारी का इलाज ढूंढा जा सके और क्षेत्र के लोगों को इस खतरनाक बीमारी से बचाया जा सके।