अक्सर लोग पेट दर्द की समस्या होने पर अजवाइन खाते है। क्योंकि इसमें पाएं जाने वाले औषधीय तत्व पाचन को सही रखने के लिए दवाई के रूप में काम करती है। अजवाइन में एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स, एंटी-इंफ्लेमेट्री आदि गुणों के साथ कई पौष्टिक तत्व पाएं जाते हैं जो शरीर को बीमारियों से सुरक्षित रखते है। इस मसाले का नियमित रूप से सेवन करने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्राल कंट्रोल में रहता है। तो आइए जानते है इससे मिलने वाले और फायदों के बारे में...
कोलेस्ट्रॉल के लिए
अजवाइन में फाइबर, विटामिन, एंटी-ऑक्सीडेंट और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है। जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण करने में मदद करता है।
ब्लड प्रेशर के लिए
इसके बीजों में थायमोल नामक तत्व पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकता है। इसके सेवन से ह्रदय की गति को सामान्य रखने में मदद मिलती है। यह कैल्शियम-चैनल के रूप में काम करती है जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
पेट के लिए
पेट दर्द की समस्या होने पर अजवाइन में काला नमक, अदरक का चूर्ण डाल कर सेवन करना चाहिए। इसमें पाएं जाने वाले फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स, एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी- ऑक्सीडेंट आदि तत्व पेट लिए बेहद फायदेमंद होते है। इसके सेवन से पाचन क्रिया मजबूत होती है। साथ ही पेट में होने वाली गैस, पेट फूलना, कब्ज, दस्त आदि समस्याओं से छुटकारा मिलता हैं।
खांसी-जुकाम के लिए
अजवाइन में एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी- बैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट आदि गुण पाएं जाते है जो खांसी-जुकाम को दूर करने में मदद करता है। अस्थमा के मरीजों के लिए इसका सेवन बेहद फायदेमंद होता है। यह छाती में जमी बलगम को कम कर सांस नली को साफ करने में मदद करता है। इसके लिए गुनगुने पानी में अजवाइन और काला नमक डालकर पीने से खांसी-जुकाम से राहत मिलती है।
मसूड़ों की सूजन
इसके सेवन से मसूड़ों में होनी वाली सूजन से भी राहत मिलती है। इसके लिए गुनगुने पानी में अजवाइन के तेल की कुछ बूंदे डालकर गरारे करने चाहिए। आप अजवाइन को भून कर उसका पाउडर बना कर ब्रथ भी कर सकते है। इससे भी मसूड़ों में होने वाले दर्द और सूजन से छुटकारा मिलता है।