ईरान में 22 वर्षीय एक कुर्द युवती की हिरासत में हुई मौत को लेकर सरकार के खिलाफ व्यापक स्तर पर हो रहा प्रदर्शन करीब 80 शहरों में फैल गया है।हिजाब के खिलाफ विरोध कर रही लड़की को पुलिस ने हिजाब से जुड़े सख्त कानून का कथित तौर पर उल्लंघन करने को लेकर गिरफ्तार किया था और उसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया गया। इसके बाद कई और लड़कियों को भी मौत के घाट उतार दिया गया।
महिलाएं कर रही विरोध
माहसा अमीनी की मौत के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतर कर सरकार विरोधी नारे लगाये, प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर महिलाएं थीं। पिछले कुछ दिनों में प्रदर्शनकारी महिलाएं सड़कों पर अपने हिजाब जला रही हैं। दरअसल महसा अमिनी नाम की महिला को हिजाब के नियमों का पालन नहीं करने के लिए ईरानी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोप है कि पुलिस ने उसके साथ मारपीट की, जिससे वह कोमा में चली गई और उसकी मौत हो गई।
छुट्टियां मनाने तेहरान आई थी महसा अमीनी
महसा अमीनी मूल रूप से कुर्दिश महिला थी। वो अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने तेहरान आई थी। हिजाब ना पहनने की वजह से उसे 13 सितंबर को हिरासत में ले लिया था। पुलिस की प्रताड़ना के बाद 16 सितंबर को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद महसा अमीनी ईरान में हिजाब के खिलाफ चल रहे आंदोलन की पोस्टर गर्ल बन गई हैं।
हदीस नजफी भी बनी शिकार
अमीनी के बाद बिना हिजाब के ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनो की अगुवाई कर रही हदीस नजफी की भी गाेली मारकर हत्या कर दी गई। हदीस नजफी सिर्फ 20 साल की थीं और ईरान की राजधानी तेहरान के पास कराज शहर में हिजाब का विरोध कर रही थीं। बताया जा रहा है कि उसे 6 गोलियां मारी गईं हैं। ये गोलियां सीने, चेहरे और गर्दन में लगी हैं।
क्या है ईरान का नियम
ईरानी कानून यह प्रावधान करता है कि सभी महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर सिर को कपड़ों से ढंक कर रखेंगी और ढीले परिधान पहनेंगी। 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से यह नियम लागू है। यह देश में हर महिला पर लागू होता है। इसके साथ ही ईरान में कोई लड़की सार्वजनिक तौर पर किसी मर्द से हाथ नहीं मिला सकती है। यहां तक कि पुरुष खेलों को देखने के लिए उसे स्टेडियम जाने की इजाजत भी नहीं होती।
अमीनी का वीडियो हुआ वायरल
बता दें कि कुछ समय पहले ईरान के कट्टर राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने हर समय हिजाब पहनने सहित महिलाओं के ड्रेस कोड को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया था। इसके उल्लंघन के लिए कठोर दंड का भी प्रावधान रखा गया था। अब देश की महिलाएं इस्लामिक ड्रेस कोड के खिलाफ सड़कों पर उतर आई हैं। मरने से पहले अमीनी का वीडियो भी वायरल हुआ था, अमीनी ने अपनी गिरफ्तारी के समय एक लंबा काला गाउन(अबाया) और सरकार द्वारा अनिवार्य किया गया इस्लामिक हिजाब पहना हुआ था।