प्रेगनेंसी में महिलाओँ को अपना बहुत ही ध्यान रखना पड़ता है। असल में, मां द्वारा ही बच्चे को सही पोषण मिलने के साथ शारीरिक व मानसिक रूप से विकास होने में मदद मिलती है। इसके लिए महिलाओं को अपनी डेली डाइट में ऐसे आहार शामिल करने की जरूरत होती है जिससे उसे उसके बच्चे को सभी जरूरी तत्व मिल सके। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं, जिसे अपनी डेली डाइट में शामिल करने की जरूरत है...
अंडा
कैल्शियम, विटामिन आदि तत्वों से भरपूर अंडों का सेवन करने से बच्चे का दिमाग बेहतर तरीके से विकास करता है। साथ ही इसका सेवन करने से स्मरण शक्ति मजबूत होने में मदद मिलती है।
ताजे व मौसमी फल
रोजान एक बाउल फलों का सेवन करने से भी बचके दिमाग में विकास होने में मदद मिलती है। इनमें विटामिन, कैल्शियम, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व होने से बच्चे को सभी जरूरी तत्व आसानी से मिल जाते हैं। इसके अलावा फलों का जूस भी पीया जा सकता है।
हरी-पत्तेदार सब्जियां
हरी व पत्तेदार सब्जियों में सभी जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। साथ ही भारी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट होनेसे रोजाना इनका सेवन करना चाहिए। इससे बच्चे के दिमाग का विकास होने में मदद मिलती है।
मछली
ओमेगा-3 फैटी एसिड के साथ इसमें बहुत से पोषक तत्व होते हैं। इसका सेवन करने से बच्चे का दिमाग विकसित होने के साथ ऊर्जा क संचार होता है। साथ ही विटामिन-डी का उचित स्त्रोत होने से इसे ङप्ते में 2 कबार जरूर खाना चाहिए। इसे फ्राई या ग्रील करके खाया जा सकता है।
दालें
दालों में विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन, आयरन, एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इनका सेवन करने से बच्चे को सभी जरूरी तत्व मिलने के साथ बेहतर तरीके से विकास करने में मदद मिलती है। ऐसे में बच्चे के दिमाग का विकास होने के साथ बीमारियों से बचाव रहता है।
कद्दू, चिया व सूरजमूखी के बीजे
इस सम कद्दू, चिया व सूरजमूखी के बीजों का सेवन करने से शरीर को सभी उचित तत्व मिलते हैं। ऐसे में बच्चे का शारीरिक व मानसिक रूप से विकास होने में मदद मिलती है। साथ ही ये दिमाग के उन हिस्सों को ऊर्जा देते हैं, जो बातों को समझने व याद रखने में मदद करते हैं।
दही
प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में आयोडीन सही मात्रा में मिलनी बहुत जरूरी होती है।इससे ही बच्चे के दिमाग का सही तरीके से विकास होता है। ऐसे में इस समय महिलाओं को अपनी डाइट में दही जरूर शामिल करना चाहिए।