नारी डेस्क: बहुत सी महिलाओं की यह समस्या रहती है कि उन्हें पीरियड्स खुलकर नहीं आते। सिर्फ 2 दिन ही मुश्किल से रह पाते हैं। अगर ऐसा एक आधा महीना हो तो ठीक है लेकिन लगातार ऐसै ही हो तो महिला की सेहत के लिए यह सही नहीं है। पीरियड्स की गड़बड़ी यानि सेहत संबंधी समस्याओं की शुरुआत इसलिए समय रहते इस पर गौर करना जरूरी है। चलिए इसका इलाज भी आपको बताते हैं। पीरियड्स में हल्की ब्लीडिंग होने को लाइटर पीरियड्स भी कहा जाता है।
पहले जानिए क्या है लाइट पीरियड्स?
पीरियड्स के दौरान होने वाली ब्लीडिंग शरीर में जमी गंदगी को दूर करने का काम करती है। ऐसे में इसका सही से होना बहुत जरूरी है। कुछ महिलाओं को तो 1-2 दिन से ज्यादा रक्त स्त्राव होता ही नहीं। अगर ऐसा हो तो महिला को अर्ली मेनोपॉज होने का खतरा भी रहता है।
इसके बहुत सारे कारण हो सकते हैं, जैसे-
-जैसे खून की कमी
-दूसरा मोटापे की शिकार होना
-अधिक एक्सरसाइज करना
-किसी बीमारी के चलते
-तनाव और चिंता में रहने की वजह से
-बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करने वाली
-पर्याप्त नींद ना लेने से
-यूट्रस से अन्य समस्या के चलते
-स्तनपान करवाने वाली महिला
ऐसे में हम आपको आज इलाज के घरेलू तरीके हम आपको बताते हैं सबसे पहले तो अच्छा संतुलित भोजन खाना खाएं। हैल्दी चीजें शामिल करें। प्रोटीन फाइबर और विटामिन आयरन ज्यादा लें। फल सब्जियां खाएं। शरीर में खून की कमी ना होनें दे। अनार व सेब जरूर खाएं।
गाजर का जूस
आयरन और विटामिन्म से भरपूर गाजर का सेवन ना सिर्फ हार्मोंस को बैलेंस करता है बल्कि इससे खून की कमी भी पूरी होती है, जिससे पीरियड्स खुलकर आते हैं।
दालचीनी
दालचीनी पाउडर को पानी में उबाल कर पीने से भी पीरियड्स खुलकर आते हैं। आप चाहे तो 1 गिलास गर्म दूध में थोड़ी-सी दालचीनी मिलाकर भी पी सकते हैं।
पपीता
रोजाना 200 ग्राम पपीते का खाने से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे मासिक धर्म खुल कर आना शुरू हो जाता है।
इसके अलावा वजन कंट्रोल में रखने के लिए एक्सरसाइज का सहारा लें। मेडिटेशन का सहारा लें अधिक पानी पीएं। बाहर का फास्ट फूड ना खाएं। अगर फिर भी पीरियड्स समय पर ना आए तो एक बार गाइनिकोलोजिस्ट से चेकअप जरूर करवाएं।