यूटीआई महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है। महिलाओं को यह समस्या तब होती है जब मूत्राशय और इसकी नली में इंफेक्शन हो जाती है। यूटीआई के कारण महिलाओं को कई तरह की शारीरिक समस्याों का सामना भी करना पड़ता है। वैसे तो मेडिकल में यूटीआई का इलाज है परंतु महिलाएं इस समस्या से बचने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे इस्तेमाल करती हैं। इन्हीं घरेलू नुस्खों में से एक है क्रैनबेरी। कुछ महिलाओं का मानना है कि क्रैनबेरी का सेवन करने से यूटीआई की प्रॉब्लम दूर होती है लेकिन क्या सच में क्रैनबेरी यूटीआई की समस्या में फायदे मानी जाती है? आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि क्या क्रैनबेरी यूटीआई में खानी चाहिए।
महिलाओं को क्यों होती है यूटीआई की समस्या?
महिलाओं में यूटीआई ई-कोलाई नाम के बैक्टीरिया के कारण होती है। जब यूरिनरी ट्रैक में यह बैक्टीरियल इंफेक्शन होती है तो यूटीआई की समस्या होती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो लंबे समय तक पेशाब रोके रखने के कारण, प्रेग्नेंसी और शारीरिक संबंधों के बाद यूरिनरी को अच्छी तरह से साफ न करने के कारण भी यूटीआई हो सकता है।
लक्षण
. सही तरीके से यूरीन डिस्चार्ज न हो पाना।
. यूरिन डिस्चार्च करते हुए जलन और खुजली होना ।
. पेट के निचले हिस्से में जलन रहना
. बार-बार बुखार आना
क्या क्रैनबेरी खाने से मिल सकता है यूटीआई में आराम?
क्रैनबेरी में प्रोएन्थोसाइनिडिन नाम का तत्व मौजूद होता है। यह बैक्टीरिया मुख्य तौर पर एस्चेरिचिया कोली (ई.कोलाई) को यूरिनरी पर चिपकने से रोक सकते हैं। ऐसे में इसी कारण से यूटीआई का खतरा कम होता है। क्रैनबेरी का सेवन करने से यूटीआई की समस्या नहीं हो सकती इस बात पर कई सारी रिसर्च भी की गई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की मानें तो क्रैनबेरी में फाइटोन्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं जिनको ए-टाइप प्रोएथोसायनिडिन कहते हैं। यह ई कोलाई ब्लैडर और यूरिनरी ट्रैक्ट की लाइनिंग से आपस में जोड़ने से रोकते हैं। ऐसे में इसके कारण क्रैनबेरी यूटीआई की समस्या में फायदेमंद हो सकती है। अमेरिकन सोसाइटी ऑफ माइक्रोबायोलॉजी (एएसएस) जर्नल्स में प्रकाशित अध्ययन की मानें तो क्रैनबेरी में पाया जाने वाला प्रोएथोसायनिडिन यूरिनरी की परत में बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है ऐसे में इसका सेवन करने से यूटीआई की समस्या को रोकने में मदद मिलती है।
यूटीआई में कैसे करें क्रैनबेरी का सेवन?
यूटीआई या फिर किसी भी समस्या में क्रैनबेरी का सेवन एक फल के तौर पर ही करें। बाजारों में मिलने वाले क्रैनबेरी जूस, क्रैनबेरी जैम, क्रैनबेरी कोम्बुचा का सेवन न ही करें। इन चीजों को बनाने के लिए चीनी और प्रोसेसिंग का इस्तेमाल होता है जिसके कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है। वहीं क्रैनबेरी का ज्यादा मात्रा में सेवन करने के कारण पेट में दर्द, दस्त और पथरी की समस्या भी हो सकती है।