कोरोना के कहर व अन्य बीमारियों से बचने के लिए इम्यूनिटी का स्ट्रांग होना बेहद जरूरी है। खासतौर पर फेफड़ों को स्वस्थ रखने की जरूरत है। असम में, फेफड़ों में इंफेक्शन होने से सांस से जुड़ी परेशानी होने लगती है। ऐसे में एक्सपर्ट्स द्वारा भी अपनी डेली डाइट का खास ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है। इसलिए खाने में ऐसी चीजों को शामिल करने की जरूरत है, जिससे फेफड़ों को मजबूती मिल सके। ताकि इंफेक्शन होने पर बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम हो सके। तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में फेफड़ों को हैल्दी रखने के 10 ऐसे सुपर फूड्स के बारे में बताते हैं...
ब्रोकली
ब्रोकली खाने में टेस्टी होने के साथ फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए बेहद ही फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व फेफड़ों को बीमारियों से बचाने का काम करते हैं। इसमें विटामिन, आयरन, कैल्शियम, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) या सांस से जुड़ी अन्य समस्या से सुरक्षित रखने का काम करती है। ऐसे में खाने में ब्रोकली, गोभी, केल आदि का सेवन करना फायदेमंद है।
फैटी मछली
फेफड़ों के लिए वसा से भरपूर मछली बेहद फायदेमंद होती है। इनमें पर्याप्त मात्रा में वसा और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं। ऐसे में फेफड़ों को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। एक रिसर्च के अनुसार, फेफड़ों की बीमारी से जुझ रहे लोगों को फैटी एसिड से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। यह फेफड़ों में सूजन को कम करने से संक्रमित होने से बचाता है।
पानी
सर्दी के कारण बहुत से लोग पानी का सेव कम करते हैं। मगर इससे फेफड़े ड्राई होने के साथ उनमें जलन हो सकती है। ऐसे में रोजाना कम से कम 6-8 गिलास पानी का सेवन जरूर करें। इससे सांस नली बेहतर होने के साथ सही तरीके से सांस लेने में मदद मिलती है।
सेब
सेब में विटामिन, कैल्शियम, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल आदि गुण होते है। ऐसे में रोजाना 1 सेब खाने से फेफड़े मजबूत होने के साथ बेहतर ढंग से काम करते है। 45-49 से आयु के करीब 2500 लोगों के खाने और फेफड़ों के कार्य पर रिसर्च की गई। इसमें पाया गया कि फेफड़ों के स्वस्थ रहने के लिए विटामिन-सी और बीटा-कैरोटीन से भरपूर खट्टे फल, सेब आदि फायदेमंद है।
खुबानी
विटामिन ए से भरपूर खुबानी फेफड़ों को स्वस्थ रखने का उचित स्त्रोत है। इसके सेवन से सांस से जुड़ी समस्या दूर होकर फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम रहता है। ऐसे में इसे डेली डाइट में शामिल करना बेस्ट ऑप्शन है।
सूखे मेवे
फेफड़ों में सूजन की परेशानी को दूर करने के लिए वसा कम और कार्बोहाइड्रेस से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। ऐसे में डाइट में ब्रेज़िल नट्स, अखरोट, बादाम, हेज़लनट्स आदि सूखे मेवों को शामिल करना फायदेमंद होता है। इससे फेफड़ों की सूजन कम होकर सांस से जुड़ी परेशानी से राहत मिलती है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को खासतौर पर इन्हें अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
जैतून का तेल
ऑलिव ऑयल यानी जैतून तेल में विटामिन, ई, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल गुण होते हैं। ऐसे में इससे तैयार भोजन का सेवन करने से फेफड़ों को मजबूती मिलती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कैनोला, सोयाबीन और मकई के तेल का सेवन करने से फेफड़ों की कार्य प्रणाली धीमी होती है। मगर जैतून और सूरजमूखी का तेल इस्तेमाल करने से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं। ऐसे में बीमारियों के लगने का खतरा कम रहता है।
बेरीज
इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल गुण होते हैं। ऐसे में क्रेनबेरी, अंगूर, स्ट्राबेरी, ब्लू बेरी आदि का सेवन करने से फेफड़ों में मजबूती आती है।
इन चीजों का सेवन करने से बचें
जहां बहुत सी चीजों फेफड़ों को स्वस्थ बनाने का काम करती है। वहीं कुछ चीजें फेफड़ों को नुकसान भी पहुंचाते हैं। ऐसे में अस्थमा व फेफड़ों से जुड़ी अन्य बीमारियों के होने का खतरा बढ़ता है। तो चलिए जानते हैं उन चीजों के बारे में...
- प्रोसेस्ड मीट का सेवन करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता कम होने लगती है। इसके अलावा इससे क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज होने का खतरा बढ़ता है। ऐसे में व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। यह समस्या ज्यादातर मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं को होती है।
- इसके अलावा सिगरेट, शराब व अधिक मसालेदार चीजों का सेवन करने से भी फेफड़ों में सूजन व इससे संबंधित बीमारियों के होने का खतरा बढ़ता है।