अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिससे न सिर्फ बुजुर्ग बल्कि बच्चे भी घिर रहे हैं। यह फेफड़ों से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में भी परेशानी होती है। इसके अलावा बच्चे सिगरेट, धुएं, ठंडी हवाओं के कारण हो सकती है। इसके कारण बच्चों को सांस लेने में भी परेशानी आती है और उन्हें अस्थमा का अटैक भी आ सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो अस्थमा फेफड़ों तक हवा ले जाने वाली एयरवे ट्यूब्स में सूजन के कारण यह समस्या होती है। बच्चों को यह समस्या कैसे घेरती और उनमें इसके शुरुआती लक्षण कैसे दिखते हैं आज आपको इसके बारे में बताएंगे....
इन कारणों से फैलता है बच्चों में अस्थमा
. एक्सरसाइज न करने के कारण
. धूम्रपान
. प्रदूषण
. ठंडी हवा के कारण
. फ्लू या कोल्ड जैसा इंफेक्शन होना
. माता या पिता का अस्थमा मरीज होना
. मोटापा
लक्षण
. खांसी
. सांस लेते समय सीटी जैसी आवाज आना
. छाती में अकड़ना
. थकान और कमजोरी होना
कैसे करें बच्चे का बीमारी से बचाव?
. बच्चों के आस-पास धूम्रपान बिल्कुल भी न करें।
. उनके वजन का ध्यान रखें
. डॉक्टर से संपर्क करते रहें।
. लाइफस्टाइल में बदलाव करें।
. घर में एसी का इस्तेमाल करें इससे बाहर का कूड़ा कचरा अंदर नहीं आएगा।
. यदि घर के अंदर कोई पशु है तो उसे बच्चे के आस-पास न आने दें।
. ठंडी हवाओं में बच्चों को न जाने दें।