हर साल 13 अगस्त यानी की आज के दिन विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य मक्सद लोगों को अंगदान के लिए जागरुक करना है। अंगदान को महादान भी कहते हैं क्योंकि निधन के बाद शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को किसी को देकर उस व्यक्ति की जान बचाई जा सकती हैं। कई बार किसी व्यक्ति का कोई बीमारी के चलते अंग खराब हो जाता है। ऐसे में यदि उसे सही समय पर अंग मिल जाए तो उसकी जान बच सकती है। वैसे तो अंगदान कोई भी कर सकता है पर उसके लिए 18 साल से ऊपर की उम्र होनी चाहिए। इसके अलावा यदि कोई 18 साल से पहले अंगदान करना चाहता है तो उसकी पेरेंट्स या किसी बड़े व्यक्ति की सहमति होना जरुरी है। व्यक्ति अंगदान तब कर सकता है जब डॉक्टर व्यक्ति का ब्रेन डेड घोषित कर देते हैं लेकिन दिल का धड़कना बंद न हो ऐसे लोग अपना ऑर्गन डोनेट कर सकते हैं। अक्सर बहुत से लोगों इस बारे में नहीं जानते कि अंगदान कौन कर सकता है। तो चलिए आज विश्व अंग दान दिवस पर आपको बताते हैं कि कौन सा व्यक्ति अपना अंग दान कर सकता है....
ये लोग कर सकते हैं अंगदान
जीवित व्यक्ति
जीवित व्यक्ति भी अपने अंग दान कर सकते हैं जैसे किडनी या फिर लिवर। यह अंग व्यक्ति अपने परिवार, दोस्तों या फिर किसी को भी दान कर सकता है। परंतु जो व्यक्ति अंगदान कर रहा है उसका स्वास्थ्य ठीक होना चाहिए। इसके अलावा व्यक्ति को भावनात्मक रुप से मजबूत होना चाहिए और उसे अंगदान कैसे होता है इस पूरे कार्य की भी जानकारी होनी चाहिए।
मृत व्यक्ति
मृत व्यक्ति के अंगों का दान भी किया जा सकता है। खासतौर पर जिस व्यक्ति का ब्रेन डेड हो गया हो लेकिन दिल की धड़कने चल रही हैं ऐसे व्यक्ति का दिल, लंग्स, लिवर, किडनी व पैंक्रियाज जैसे अंग आसानी से दान किए जा सकते हैं। इसके अलावा अंगदान से पहले यह बात भी जरुरी है कि उस व्यक्ति की उम्र क्या है, मेडिकल हिस्ट्री और मरने का कारण सब चीजें पता करके ही उसके अंग किसी दूसरे को दान किए जा सकते हैं।
ये लोग नहीं कर सकते हैं अंगदान
संक्रामक रोग
यदि आपको कोई संक्रामक रोग है तो भी व्यक्ति अंगदान नहीं कर सकते हैं। जैसे एचआईवी या हेपेटाइटिस होने पर भी व्यक्ति के अंग किसी के दान नहीं किए जा सकते हैं।
कानूनी रिस्ट्रिक्शन
इसका अर्थ है कि कानूनी मुद्दे जैसे किसी की सहमति के बिना, मृतक की इच्छाएं जाने बिना अंगदान करना भी कानूनी जूर्म माना जाता है।
गंभीर बीमारियों के कारण
यदि आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं जैसे हार्ट डिजीज, कैंसर के मरीजों को अंगदान नहीं करना चाहिए।
मैंटली स्ट्रांग
जो व्यक्ति अंगदान करना चाहता है उसका मानसिक रुप से मजबूत होना जरुरी है। यदि व्यक्ति अंगदान करने वाला है तो उसका मानसिक रुप से मजबूत होना जरुरी है।
आयु
व्यक्ति के अंग अच्छे से कार्य कर रहे हैं या नहीं यह बात उसकी उम्र पर भी निर्भर करती है। बढ़ती उम्र के कारण अंग की कार्यक्षमता कम हो सकती है जिसके कारण अंगदान में समस्या आ सकती है।
नोट: यदि आप अंग दान करना चाहते हैं तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरुर ले लें। अंगदान से किसी की जान बच सकती है।