इस साल का गणतंत्र दिवस महिलाओं के लिए मान्याओं में खास था। एक समय में जहां सिर्फ पुरुष ही गणतंत्र दिवस के परेड में हिस्सा लेते थे, वहीं इस साल 1 नहीं पूरी 26 झांकियों में नारी शक्ति का शौर्य देखने को मिला। इसमें महिलाओं के समाज से अहम भूमिका और योगदान की खास झलक देखने को मिली थी। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ी ने कर्तव्य पथ पर भी मार्च किया था। आइए 8 मार्च को होने वाले इंटरनेशनल महिला दिवस के मौके पर एक बार फिर नजर डालते हैं की महिला शक्ति पर केंद्रित इस भव्य समारोह में क्या कुछ खास था।
महिलाओं के ढोल- नगाड़ों के बाद शुरू हुई परेड
इस बार112 महिलाओं के खास कार्यक्रम के बाद परेड शुरू हुई थी। 112 महिला कलाकारों ने वाद्ययंत्र, ढोल , ताशा, डप्पू, ढाक और ढोलू कुनिथा बजा रही थीं।
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महिला बाइकर्स ने किया वीरता का प्रदर्शन
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस की महिलाकर्मियों ने 'नारी शक्ति' की वीरता का प्रदर्शन किया। मोटरसाइकिलों पर सवार 265 महिला बाइकर्स ने वीरता का अद्भुत परिचय दिया।
झारखंड की झांकी में आदिवासी महिलाओं का अनोखा प्रदर्शन
झारखंड की झांकी तसर रेशम मॉडल पर आधारित रही। इसमें आदिवासी महिलाओं ने लाजवाब प्रदर्शन कर सब को हैरान कर दिया। तसर रेशम से 1.5 लाख लोगों को रोज़गार मिला है।
राजस्थान की झांकी ने नृत्य से दिखाई संस्कृति की झलक
राजस्थान की झांकी में राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखाई दी। इसमें महिलाएं ने घूमर नृत्य करते हुए सब का मनोरंजन किया।
पहली बार परेद में महिला टुकड़ी ने लिया हिस्सा
गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी ने हिस्सा लिया था।
नारी शक्ति रही ओडिशा की झांकी का थीम
ओडिशा की झांकी का थीम विकसित भारत में नारी शक्ति पर रहा। इसमें नारी शक्ति और राज्य की उपलब्धियों का प्रदर्शन किया गया।
हरियाणा की झांकी भी रही नारी शक्ति के नाम
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में हरियाणा की झांकी प्रस्तुत की गई थी।
दिल्ली पुलिस की महिला बैंड भी आई नजर
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में दिल्ली पुलिस महिला बैंड भी कदमताल करती नजर आईं।
भारतीय नौसेना ने डाला 'नारी शक्ति' विषय पर प्रकाश
वहीं भारतीय नौसेना ने भी झांकी ने हिस्सा लिया। उन्होंने 'नारी शक्ति' और 'आत्मनिर्भरता' के विषयों पर प्रकाश डाला गया है।