एक समय था जब भारत को 'गांव का देश' कहा जाता है क्योंकि यहां पर ज्यादातर आबादी गांव में ही बस्ती थी। लेकिन पिछले कुछ समय में रोजगार और अच्छी शिक्षा के लिए लोग ज्यादातर शहरों का रुख करने लगे हैं। महानगरों में लोगों की संख्या काफी हद तक बढ़ गई है। इसके साथ ही बढ़ गया है यहां का ट्रैफिक। जो लोग रोज सुबह और शाम को ऑफिस आते- जाते हैं, उन्हें पता होगा ट्रैफिक में इंतजार करना कितना कठिन है लेकिन यहीं ट्रैफिक आपके दिल को भी कमजोर कर रहा है और सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जी हां ये बात हम नहीं बल्कि एक स्टडी में सामने आई है।
ट्रैफिक के शोर से दिल हो रहा कमजोरः स्टडी
जो लोग लगातार रोजाना ट्रैफिक के शोर को सहन कर रहे हैं उनके दिल पर इसका असर पड़ रहा है। ऐसे लोगों पर हार्ट अटैक का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। पिछले कुछ सालों में हुई स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है। वहीं कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के हार्ट एक्सपर्ट्स ने भी इस बात पर मुहर लगाई है। रिसर्च के मुताबिक, एरोप्लेन की आवाज के मुकाबले रोड और रेल ट्रैफिक की आवाज से सेहत और दिल की बीमारियों का खतरा ज्यादा है। वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि वहीं वायु प्रदूषण भी दिल से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ा रही है। ट्रैफिक प्रदूषण का हानिकारक प्रभाव सिर्फ दिल के स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है। इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और दिल से संबंधी घटनाओं के जोखिम काफी बढ़ रहे हैं। हवा में मौजूद ये सबसे खतरनाक घटक छोटे कणों में मौजूद होते हैं जो सांस के जरिए फेफड़ों की गहराई तक प्रवेश कर सकते हैं और यहां तक कि खून की नलियों में भी प्रवेश कर सकते हैं। ये खतरनाक कण दिल की नलियों तक पहुंच कर उसे ब्लॉक भी कर सकते हैं।
ट्रैफिक का शोर और प्रदूषण बढ़ाता है बीपी
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने नवंबर 2023 में एक अध्ययन प्रकाशित किया था कि कैसे ट्रैफिक में फंसना न केवल तनाव से जुड़ा है, बल्कि आपका बीपी कैसा बढ़ता है। अध्ययन से पता चला कि यातायात से होने वाले वायु प्रदूषण से बीपी में भी वृद्धि होती है जो 24 घंटे तक रह सकती है। यह स्पाइक लगभग हाई- सोडियम खाने के असर के समान है, जो दिल से जुड़ी समस्याओं को बढ़ सकता है।
ऐसे करें शोर और प्रदूषण से अपना बचाव
मास्क का करें इस्तेमाल
बाहर निकलते समय एन95 मास्क का इस्तेमाल करें। इससे काफी हद का एयर pollution से बचा जा सकते है। अगर आप अपनी खुद की गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो भी मास्क लगाएं क्योंकि pollution आपकी गाड़ी के अंदर भी आ सकता है, जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
खिड़की के शीशे रखें बंद
गाड़ी की खिड़की को खुला रखने से बाहर की दूषित हवा और ट्रैफिक की आवाजें आपके हार्ट और सेहत को बहुत नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए जब भी ट्रैफिक में रहें जो गाड़ी की खिड़कियां और शीशे ज्यादा से ज्यादा बंद करके रखने की कोशिश करें।
हेपा फिल्टर लगाएं
अगर आप कहीं आने- जाने के लिए कार का इस्तेमाल करते हैं तो हेपा फिल्टर जरूर लगाएं। इससे आपकी गाड़ी के आसपास की हवा साफ रहेगी और सेहत को नुकसान कम पहुंचेगा।