आज यानि के मंगलवाक के दिन देश भर में हनुमान जयंती का पावन पर्व पूरे देश में बड़े ही धूमधाम मनाया जा रहा है। मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। वहीं उनकी की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए 'हनुमान जन्मोत्सव' का दिन और भी शुभ माना गया है। ऐसे में मान्यता है की आज के दिन जो व्यक्ति हनुमान स्तुति का पाठ करता है उस पर भगवान बेहद प्रश्न होंगे और मन चाहा वरदान भी देंगे। सिर्फ यही नहीं बल्कि भक्तों के जीवन के सभी कष्ट भी दूर हो जाएंगे। ऐसे में आप सभी को भी आज के शुभ अवसर पर इस स्तुति का पथ जरूर करना चाहिए। चलिए आपको अब उस के बारे में बताते हैं।
हनुमान जी की स्तुति
जय बजरंगी जय हनुमाना,
रुद्र रूप जय जय बलवाना,
पवनसुत जय राम दुलारे,
संकट मोचन सिय मातु के प्यारे ॥
जय वज्रकाय जय राम केरू दासा,
हृदय करतु सियाराम निवासा,
न जानहु नाथ तोहे कस गोहराई,
राम भक्त तोहे राम दुहाई ॥
विनती सुनहु लाज रखहु हमारी,
काज कौन जो तुम पर भारी,
अष्टसिद्धि नवनिधि केरू भूपा,
बखानहु कस विशाल अति रूपा ॥
धर्म रक्षक जय भक्त हितकारी,
सुन लीजे अब अरज हमारी,
भूत प्रेत हरहु नाथ बाधा,
सन्तापहि अब लाघहु साधा ॥
मान मोर अब हाथ तुम्हारे,
करहु कृपा अंजनी के प्यारे,
बन्दतु सौरभ दास सुनहु पुकारी,
मंगल करहु हे मंगलकारी ॥
इस तरह करें हनुमान स्तुति
हनुमान जी के जन्मोत्सव पर हनुमान स्तुति का पाठ जरूर करें । इस स्तुति का 7 बार कम से कम पाठ करें, इससे आपको लाभ होगा. और अगर आप हनुमान स्तुति का पाठ नहीं कर पा रहे हैं तो इसकी जगह आप हनुमान चालीसा भी पढ़ सकते हैं।
पूजन विधि
हनुमान जयंती के व्रत से पहले एक रात को जमीन पर सोने से पहले भगवान राम और माता सीता के साथ-साथ हनुमान जी का स्मरण करें। अगले दिन प्रात: जल्दी उठकर दोबारा राम-सीता एवं हनुमान जी को याद करें. हनुमान जयंती प्रात: स्नान ध्यान करने के बाद हाथ में गंगाजल लेकर व्रत का संकल्प करें। इसके बाद, पूर्व की ओर भगवान हनुमानजी की प्रतिमा को स्थापित करें। विनम्र भाव से बजरंगबली की प्रार्थना करें। कहा जाता है के जो भक्त दिल से आज के दिन भगवान को यद् करेगा उसकी रक्षा स्वयं भगवान हनुमान करेंगे।