भारतीय महिलाएं, घर की जिम्मेदारियां, बच्चों और घर के अन्य सदस्यों का ख्याल रखने का कर्तव्य तो बखूबी निभाती हैं लेकिन जब बात खुद की सेहत का ध्यान रखने की आती हैं तो ज्यादा गृहिणियां लापरवाही बरत देती हैं। दूसरों का ख्याल रखते-रखते और समय की व्यस्तता के चलते, वह खुद की सेहत का ख्याल रखना भूल जाती है लेकिन याद रखिए पूरे घर की जिम्मेदारी ताउम्र बखूबी निभानी हैं तो अपने सेहत का ख्याल पूरा रखें। खासकर 30 की उम्र के बाद तो महिलाओं को सेहत की ओर सजग होने की ज्यादा जरूरत होती है। इस उम्र के बाद महिलाओं की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और आयरन की कमी भी। ऐसे में उन्हें मल्टीविटामिन्स , कैल्शियम, आयरन जैसे तत्व भरपूर मात्रा में लेने की जरूरत अधिक होती है।
खूबसूरती भी अच्छी डाइट से ही जुड़ी
खूबसूरती का कनैक्शन भी आपकी डाइट से ही है न कि मेकअप प्रॉडक्ट्स से। 30 प्लस के बाद अगर आप झुर्रियों -झाइयों रहित, ज्वां और चमकदार स्किन चाहती हैं तो आपको डाइट ही सही लेने की जरूरत है। हैल्दी आहार आपको अंदर से मजबूती देते हैं और स्वस्थ रखते हैं जिसका प्रभाव आपके चेहरे पर भी दिखाई देता है।
सुपरफूड्स जो महिलाओं के लिए बहुत जरूरी
अच्छे सेहत के लिए महिलाओं को डाइट में ऐसे सुपरफूड्स शामिल करने चाहिए जो शरीर को सारे पोषक तत्व पहुंचाएं। बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्राजील नट्स, ऑलिव ऑयल, एवोकाडो,ओटमील, चुकंदर, अंडा, खट्टे फल, ब्रोकोली, चिया सीड्स अंकुरित, मशरूम्स, अनाज, हर उम्र की महिला को खाने चाहिए। ये सुपरफूड्स आपको न सिर्फ शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी फिट रखेंगे।
टीनएज लड़कियां जरूर शामिल करें ये सुपरफूड्स
टीनएज यानि की विकास की उम्र, इस उम्र में महिलाओं का विकास होता है। टीनएज महिलाएं को काजू, बादाम, अखरोट (उचित मात्रा), ग्रिल सालमन फिश, ब्रोकोली, चैरीज आर क्विनोआ, ब्लू बैरीज स्ट्रॉबेरीज का ताजा जूस मिना चाहिए। सेब, केला, संतरे आदि डाइट में जरूर खाएं। केले में हाई पोटेशियम और मैग्नीशियम शामिल होता है जबकिए एक केले में 33 प्रतिशत विटामिन सी और 41 प्रतिशत विटामिन बी6 पाया जाता है। सुबह ब्रेकफास्ट और डिनर समय फ्रूट्स सैलेड बेस्ट है।
छोटी बच्चियों के लिए ये सपुरफूड्स
छोटी बच्चियों के आहार में सेब, अंडा, बेरीज, एवोकाडो, ओटमील, सालमन फिश, गाजर, शहद, प्रोटीन युक्त दालें और बीन्स जरूर शामिल करें। बच्चियों के अच्छे स्वास्थय के लिए आप अच्छे चाइल्ड स्पैशलिस्ट से ज्यादा जानकारी भी ले सकते हैं ताकि एक पूरा आहार लिस्ट बच्चियों के शरीर की जरूरत के हिसाब से उन्हें मिल सके।
30 प्लस हैं तो इन्हें लेना ना भूलें
वर्किंग हो या हाउसवाइफ, 30 के बाद अपनी सेहत को लेकर ज्यादा सजग रहे। अच्छी डाइट आपको एनर्जी भी देगी और आत्मविश्वास भी। चलिए आपको उन आहारों के बारे में बताते हैं जो आपकी हैल्दी डाइट में अहम रोल निभाते हैं।
रोज एक गिलास दूध
इस उम्र में महिलाओं को सबसे ज्यादा समस्या होती हैं वो है कैल्शियम। बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों में कमजोरी आने लगती है। ऐसे में कैल्शियम युक्त आहार महिला की डाइट में शामिल होना बहुत जरूरी है। कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है एक गिलास दूध। दूध का सेवन जरूर करें। इसके साथ ही बॉडी में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी नहीं होती है। दूध से बने अन्य उत्पादों को भी डाइट में शामिल किया जा सकता है। लो-फैट दही भी बढ़िया माना जाता है। इसमें प्रोटीन और कैल्शियम भरपूर होता है।
क्विनोआ (Quinoa)
क्विनोआ, एक तरह का अनाज ही होता है। ऐसा सुपरफूड जो प्रोटीन युक्त होने के साथ ग्लूटन फ्री होता है। गेहूं, चावल, दाल जैसे अन्य अनाजों की तुलना में क्विनोआ में फाइबर की मात्रा की दोगुनी होती है। भारत में इसकी डिमांड तेजी से बढ़ रही हैं क्योंकि इसमें मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम जिंक, विटामिन ई की मात्रा अधिक होती है। हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय रोग और एंग्जाइटी व डिप्रेशन जैसे मानसिक रोगों से बचाव करता है जिन्हें कोलेस्ट्रोल की समस्या रहती हैं और जो महिलाएं वजन घटाना चाहती हैं उनके लिए भी यह बहुत फायदेमंद है।
एक सेब खाएं रोज
हर रोज एक सेब नियम से खाएं। सेब को घर का वैद्य भी कहा जाता है। यह दुनिया में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला फल है। सेब में पेक्टिन जैसे फायदेमंद फाइबर्स पाए जाते हैं. हर रोज एक सेब खाने से कैंसर, हाइपरटेंशन, मधुमेह और दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है इसके अलावा भी इसमें प्रचूर मात्रा में विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को बीमारियों से दूर रखते हैं। इससे शरीर में खून की कमी नहीं होती।
क्रैनबेरीज
क्रैनबेरीज फल में पाए जाने वाले गुण ही इसे सुपरफूड की लिस्ट में शामिल करते हैं। महिला की डाइट में क्रैनबेरीज जरूर शामिल होने चाहिए। आप फल व जूस, स्मूदी व सलाद के रुप में भी इनका सेवन कर सकती हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेकशन, ब्रेस्ट में दर्द
ब्रेस्ट कैंसर आदि कई समस्याओं से बचाव के लिए यह बैरीज फायदेमंद मानी जाती है।
ब्रोकली
ब्रोकोली का स्वाद भले ही आपको ज्यादा अच्छा ना लगे लेकिन सेहत के लिए यह काफी फायदेमंद मानी जाती। एक कप ब्रोकली में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है जो कोलाजेन के उत्पादन के लिए जरूरी होता है। ब्रोकली में बीटा कैरोटीन भी मौजूद होता है। सेहत के साथ-साथ यह आपकी त्वचा को भी कई तरह की समस्याओं से बचाती है।
पालक
आयरन की कमी से भी महिलाओं में कमजोरी-थकान रहती है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में आयरन की कमी ज्यादा देखी जाती है। खून की कमी से अन्य कई तरह की सेहत संबंधी दिक्कतें आने लगती हैं। इसलिए पालक को जरूर शामिल करें। इसमें आयरन के साथ फोलेट एसिड भी भरपूर पाया जाता है। एक स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक, जिन महिलाओं में आयरन की कमी पाई जाती है उनमें ज्ञान संबंधी कार्य करने की क्षमता बेहद कम होती है। गर्भवती महिलाओं का भी आयरन भरपूर आहार खाना जरूरी होता है।
हल्दी
हल्दी में एक कुरकुमिन (Curcumin) नामक येलो कैमिकल पाया जाता है इसी लिए इसे सुपरफूड में शामिल किया गया है। हल्दी का प्रयोग कई दवाओं और ब्यूटी प्रॉडक्ट्स में भी किया जाता है। कई रिसर्च के मुताबिक, हल्दी से शरीर की सूजन, पेट संबंधी समस्या, अर्थराइटिस और अल्जाइमर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। आप सब्जी व दूध में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं लेकिन उचित मात्रा में। जरूरत से ज्यादा सेवन शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
अलसी के बीज
छोटे और चिकने दिखने वाले अलसी के बीज, महिला को डाइट में जरूर शामिल करने चाहिए। इन बीजों में ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर होता है। अलसी में एंटी-इंफ्लामेट्री गुणों से (Anti inflammatory properties) भी होती हैं जो जोड़ों के दर्द, अर्थराइटिस और बालों का झड़ना भी कम करती है। हालांकि किसी भी चीज का उचित मात्रा में सेवनकरना बहुत जरूरी है। इसलिए चिकित्सक की परामर्श व बताए तरीके से ही इन चीजों का सही मात्रा में सेवन करें।