पीरियड्स एक ऐसा नेचुरल प्रोसेस है, जिसका सामना महिलाओं को हर महीने करना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं को साफ-सफाई का काफी ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि जरी-सी भी लापरवाही कैंसर जैसी बीमारियों की वजह बन सकता है। शोध की मानें तो पीरियड्स व सैनेटरी पैड्स की जानकारी होने के कारण भी कई महिलाएं इसका इस्तेमाल नहीं करती। इसका सबसे बड़ा कारण है गरीबी। ऐसे में पंजाब सरकार ने उन महिलाओं के लिए एक अहम कदम उठाया है जो महामारी के वक्त पैड नहीं खरीद नहीं पाती।
दरअसल, 'उड़ान योजना' के तहत पंजाब सरकार राज्य भर के सभी 27,314 आंगनवाड़ी केंद्रों पर हर महीने सैनिटरी पैड मुहैया करवाएंगी, जो जरूरतमंद महिलाओं को मुफ्त दिए जाएंगे। इस योजना को औपचारिक रूप से सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास मंत्री रजिया सुल्ताना द्वारा हाल ही में मलेरकोटला में लॉन्च किया गया था।
मंत्री रजिया सुल्ताना ने कहा कि पंजाब में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से कई तरह की पहल की गई है। अब प्रदेश के सभी आंगनबाडी केंद्रों पर जरूरतमंद महिलाओं को हर माह 9 सेनेटरी पैड नि:शुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। इस योजना की शुरुआत में साल 2021, 28 मई को अंतर्राष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर की गई थी।
इस योजना के पहले चरण के तहद आंगनबाडी केंद्र पर लगभग 50 महिलाओं फ्री पैड्स दिए जाएंगे। इसके बार हर महीने 13.65 लाख जरूरतमंद महिलाओं को सैनिटरी पैड दिए जाएंगे। इस योजना के तहत कुल 1.23 करोड़ पैड बांटे जाएंगे। इस अवसर पर मंत्री ने एम-सेवा एप्लीकेशन पर सेनेटरी पैड रिकॉर्ड प्रोफार्मा अपलोड करने के भी निर्देश दिए।
इसके अलावा, मलेरकोटला जिले में एक महिला दुकान स्थापित की गई है, जहां महिलाएं महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए स्वदेशी और घर का सामान बेच सकती हैं। 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत बालिकाओं के माता-पिता को सम्मानित किया जा रहा है जबकि नवजात बच्चियों को आवश्यक सामान की किट भी प्रदान की गई है। मंत्री सुल्ताना ने खुद मलेरकोटला में एक विशेष समारोह के दौरान 100 नवजात बच्चियों को ऐसे किट बांटे।
सामाजिक सुरक्षा एवं महिला एवं बाल विकास निदेशक डीपीएस खरबंदा ने कहा कि बालिकाओं का लिंगानुपात बढ़ाने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से जिंगल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह सूचनात्मक जिंगल राज्य भर के विभिन्न मंचों पर बजाया जाएगा।