महिलाएं प्रेंगनेंसी से लेकर डिलीवरी के बाद तक अपना खास ध्यान रखती है। वहीं बात सी-सेक्शन यानी सिजेरियन डिलीवरी होने की करें तो इसके लिए महिलाओं को अपनी डाइट में खास चीजों को शामिल करना चाहिए। ताकि मां व बच्चे की सेहत पर किसी तरह का कोई नुकसान ना हो। तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि सी-सेक्शन यानी सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या खाना व किससे परहेज रखना चाहिए...
इन चीजों को करें डाइट में शामिल
सी सेक्शन यानी सिजेरियन डिलीवरी के बाद सेहता ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है। ताकि मां और बच्चे को सही पोषण मिल सके। ऐसे में डाइट का हैल्दी होना अहम भूमिका निभाता है। इसके लिए डाइट में शामिल करें ये चीजें...
खूब पानी पिएं
शरीर में पानी की कमी पूरी करने के लिए रोजाना 8-10 गिलास पानी का सेवन करें। असल में, पानी ब्रेस्ट में दूध की आपूर्ति करने में मदद करता है। कोशिश करें कि शुरुआती दौर पर गुनगुने पानी का सेवन करें। साथ ही अजवाइन का पानी पीना भी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट आदि गुण सेहत को दुरुस्त रखने व ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा नारियल पानी, संतरे का जूस, छाछ आदि को डेली डाइट में शामिल करें।
साबुत अनाज
साबुत अनाज में कार्बोहाड्रेड, विटामिन, फोलिक एसिड, आयरन फाइबर आदि पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। इसका सेवन करने से मां और बच्चे दोनों के बेहतर विकास में मदद मिलती है। इसके लिए ब्राउन राइस, गेहूं, दालें, ओट्स आदि साबुत अनाज का सेवन करें।
दालें
दालें में प्रोटीन भारी मात्रा में होता है। इसके अलावा इनमें विटामिन, फाइबर, आयरन आदि तत्व होते हैं। इसके सेवन से शारीरिक विकास बेहतर होता है। साथ ही शरीर में जमा एक्सट्रा चर्बी कम होने में मदद मिलती है। सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं को खासतौर पर मूंग और मसूर की दाल खानी चाहिए। यह आसानी से पच जाती है। साथ ही पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।
सूखे मेवे
सूखे मेवे यानी ड्राई फ्रूट में ओमेगा 3 फैटी एसिड, फोलिक एसिड, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, जिंक, पोटेशियम आदि तत्व होते हैं। इसका सेवन करने से थकान, कमजोरी दूर होने में मदद मिलती है।
फल और सब्जियां
हैल्दी रहने के लिए रोजाना ताजे फल व हरी सब्जियों का सेवन करें। इनमें सभी जरूरी विटामिन्स, मिनरल्स, पानी व अन्य पोषक तत्व होते हैं। यह पाचन में सुधार करके इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदद करते हैं। इसके लिए डाइट में ब्रोकली, पालक, मेथी, परवल, टिंडा, सेम, तरबूज, नींबू आदि को शामिल करें। खासतौर पर नींबू सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद किसी भी तरह की इन्फेक्शन होने से बचाता है।
जरूरी मसाले खाएं
खाने बनाने में आम इस्तेमाल होने वाले हल्दी, हींग, जीरा, मेथी, अजवायन आदि मसालों को खाएं। इनमें विटामिन, फाइबर, कैल्शियम आदि पोषक तत्व होते हैं। ये पाचन तंत्र को दुरुस्त करके इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। साथ ही जीरा का सेवन करने से ब्रेस्ट मिल्क की मात्रा बढ़ती है। वहीं हल्दी टांकों की सूजन को दूर करने में फायदेमंद होती है।
लो फैट डेयरी प्रोड्क्ट्स
सी सेक्शन डिलीवरी के बाद लो फैट वाली डेयरी प्रोड्क्ट्स जैसे स्किम्ड मिल्क, दही, सोया पनीर खाएं। इससे बच्चों को मां के दूध से कैल्शियम मिलेगा। ऐसे में शिशु की हड्डियां मजबूत होगी। इसके लिए दिन में 2-3 गिलास दूध या अन्य डेयरी प्रोड्क्ट्स का सेवन करें।
इन चीजों से रखें परहेज
चाय-कॉफी
चाय-कॉफी में कैफीन होती है। ऐसे में इसका अधिक सेवन करने से मां और बच्चे दोनों के स्वस्थ पर बुरा असर पड़ता है।
तला-भुना व मसालेदार भोजन
सी सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं को तला-भुना व मसालेदार भोजन खाने से बचना चाहिए। असल में, ऐसा खाना पचने में समय लेता है। ऐसे में पाचन संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा ज्यादा घी व इससे तैयार चीजें खाने से भी बचना चाहिए।
गैस बनाने वाली चीजें
इस दौरान गैस बनाने वाली चीजें को खाने से बचना चाहिए। पेट में अधिक गैस बनना टांकों के लिए सही नहीं होता है। ऐसे में बैंगन, छोले, मूली, अरबी, भिंडी, आचार, चावल, चना, मटर, राजमा, गोभी, बेसन आदि चीजों ना मात्र ही खाना चाहिए।
अल्कोहल और धूम्रपान
सी-सेक्शन डिलीवरी के बार अल्कोहल और धूम्रपान से भी परहेज रखना चाहिए। इसका बुरा प्रभाव मां व शिशु दोनों को झेलना पड़ सकता है।