हमारे हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय होने का स्थान प्राप्त है। किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित किया गया है। बता दें कि पूजा करने के दौरान गणपति जी को विशेष वस्तुएं अर्पित की जाती हैं जो उन्हें अत्यंत प्रिय हैं तो चलिए जानते है उनके बारे में।
मोदक का भोग
भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए भक्त मोदक का भोग लगाते हैं। कहा जाता है कि भगवान गणेश को मोदक का भोग सबसे अधिक प्रिय है। मोदक नारियल और घी के मिश्रण से बनने वाला मिष्ठान है।
सिंदूर मंगल का प्रतीक
भगवान गणेश को लाल सिंदूर बहुत प्रिय है। मानयता है कि सिंदूर मंगल का प्रतीक और गणेश जी को स्नान कराने के बाद लाल सिंदूर चढ़ाने से उनका आशीर्वाद भक्तों को मिलता है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
तुलसी से कभी न करें पूजा
भगवान गणेश को लगभग सभी प्रकार के फूल चढ़ाए जा सकते हैं सिर्फ तुलसीदल को छोड़कर। पुराणों में वर्णित है कि भगवान गणेश की पूजा तुलसी से कभी नहीं करनी चाहिए।
भोग में केले अर्पित करें
भगवान गणेश को भोग में केले अर्पित कर उस प्रसाद का खुद भी सेवन करने से रोग-दोष दूर रहते हैं लम्बोदर को केले बहुत प्रिय हैं। कहा जाता है कि गणपति जी को हमेशा केले जोड़ों में चढ़ाने चाहिए।
दूर्वा चढ़ाने की परंपरा
भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा काफी पुरानी है। ऐसा माना जाता है कि सिद्धि विनायक को दूर्वा अत्यंत प्रिय है। 3 या 5 पत्तियों वाली दूर्वा को सबसे उत्तम माना जाता है। दूर्वा चढ़ाने से गणपति जी प्रसन्न होते हैं।