कैंसर आज के समय में एक जानलेवा बीमारी बनता जा रहा है। इस बीमारी से बचने के लिए लक्षणों पर ध्यान देना और अपनी समय-समय पर जांच करवाना बहुत आवश्यक है। बहुत से लोग इस बीमारी के प्रति जागरुक नहीं होते जिसके कारण इसका खतरा बढ़ता ही जा रहा हैं। लोगों को बीमारी के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल 7 नवंबर यानी आज नेशनल कैंसर अवेयरनेस डे मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, साल 2022 में लगभग 10 मिलियन लोगों के मौत सिर्फ कैंसर के कारण ही हुई हैं। इसलिए कैंसर मृत्यु का कारण बनता जा रहा है। ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ता जा रहा है। रुटीन में की हुई कुछ गलतियां कैंसर को बढ़ावा दे सकती हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
शोध में सामने आए नतीजे
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कैंसर एक ऐसी बीमारी हैं जो हृदय रोगों के बाद मृत्यु का प्रमुख कारण बनी हुई हैं। हाल में ही हुए शोध के अनुसार, एक अध्ययन में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए है। वैश्विक स्तर पर कैंसर के कारण होने वालों मौते उन जोखिम कारकों से हुई है जिन्हें समय रहते ही रोका जा सकता था। शोध के अनुसार, 2019 में सभी कैंसर से होने वाली मौतें 44.4% रोकथाम योग्य रोकने वाले जोखिम कारकों के कारण ही हुई हैं। आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि साल 2010 से 2019 तक दुनिया भर में 20.4% कैंसर से होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है। यह निश्चित रुप से स्वस्थ जीवनशैली में बदलाव लाने के लिए चिंता का संकेत है।
कैंसर के मुख्य 3 कारण
स्मोकिंग
सिगरेट में पाए जाने वाले रसायन डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं जिसके कारण कोशिकाओं के लिए किसी भी डीएनए डैमेज की मरम्मत करना मुश्किल हो जाता है। डीएनए शरीर के उन हिस्सों को भी नुकसान पहुंचाता है जिनके कारण कैंसर से बचाने में मदद करते हैं। समय के साथ एक ही कोशिका में डीएनए डैमेज होना कैंसर की ओर ले जाता है। सिगरेट पीने से शरीर के लगभग सारे हिस्से में कैंसर होने लगता है। मुंह, गले, अन्नप्रणाली, पेट, बृहदान्त्र, मलाशय,गुर्दे, मूत्राशय और गर्भाश्य ग्रीवा के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
शराब
ज्यादा और नियमित रुप से शराब पीने से भी आप कैंसर के शिकार हो सकते हैं। शराब आपके लिवर को नुकसान पहुंचाती है जिससे लीवर में सूजन हो सकती है और कैंसर का खतरा भी बढ़ता है। इसके अलावा कोलन और रेक्टम कैंसर का जोखिम भी शराब के सेवन से बढ़ सकता है। यदि आप कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के प्रभाव से बचना चाहते हैं तो शराब का सेवन कम करें।
मोटापा
अधिक वजन और मोटापा भी कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है। ज्यादा वजन से शरीर में इंसुलिन नामक हार्मोन का स्तर भी बढ़ता है जिससे कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। फैट टिश्यू भी हार्मोन भी एस्ट्रोजन का अधिक उत्पादन करता है जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
एक्सपर्ट्स के अनुसार, लोगों में यदि कैंसर के कारकों को लेकर जागरुकता होगी तो होने वाली मौतों का आंकड़ा भी कम हो सकता है।