गर्भावस्था दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में उन्हें कई शारीरिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस लिए इस पूरे पीरियड में महिलाओं को अपनी सेहत का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। वहीं हेल्थ एक्सपर्ट्स अनुसार, वर्किंग वुमेन को अपनी सेहत का दोगुना ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। असल में, ऑफिस में घंटों लैपटॉप के सामने बैठने या खड़े होकर काम करने से उन्हें कई समस्याएं होती है।
ऐसे में अगर आप भी वर्किंग वुमेन है तो आप गर्भावस्था के दौरान अपनी डेली रूटीन में 4 एक्टिविटीज शामिल कर सकती है। इससे आपको शारीरिक व मानसिक तौर पर आराम व रिलैक्स महसूस होगा।
टहलें
भले ही आप जॉब करती है। मगर गर्भावस्था में सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। इसलिए अपनी काम में हर 2 घंटे में 5 मिनट का समय निकालकर टहलें। इससे आपके पूरे शरीर की हलचल होगी।
बॉडी स्ट्रेचिंग
अगर आपकी जॉब लगातार खड़े होने या बैठे रहने की है तो इस दौरान स्ट्रेचिंग करें। इससे आपकी मांसपेशियों में लचीलापन आएगा। इससे आपको लंबे समय तक बैठे व खड़े रहने पर होने वाली परेशानियों से आराम मिलेगा। साथ ही डिलीवरी के समय भी आपको फायदा मिलेगा। इसके लिए किसी आरामदायक कुर्सी व शांत जगह पर बैठ जाएं। अपनी कमर को एकदम सीधा रखें और हाथों को ऊपर की तरह ले जाते हुए गहरी सांस अंदर की ओर लें। फिर धीरे से हाथों को नीचे करते हुए सांस बाहर की ओर छोड़ें। इस प्रक्रिया को एक दिन में करीब 5-6 बार दोहराएं। अगर आप हाउस वाइफ है तो भी प्रेगनेंसी में यह स्ट्रेचिंग कर सकते हैं। इससे आपको आराम और फायदा मिलेगा।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज
गर्भावस्था में कई महिलाओं को स्ट्रेस से गुजरना पड़ता है। इस दौरान मूड स्विंग्स, थकान, कमजोरी व घबराहट भी महसूस होती है। ऐसे में इस समय ब्रीदिंग एक्सरसाइज करना बेहद फायदेमंद माना गया है। इसके लिए एक आरामदायक कुर्सी पर एकदम सीधे होकर बैठ जाए। आपकी कमर और गर्दन एकदम सीधी होनी चाहिए। इसके बार नाक से अंदर की ओर गहरी सांस लेकर 3 से 5 सेकेंड तक होल्ड करें। इसके बाद मुंह द्वार सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को करीब 8-10 बार दोहराएं। इस एक्सरसाइज को दिन में हर 3 से 4 घंटे में करने से आपको बेहद फायदा मिलेगा।
पैरों की स्ट्रेचिंग
गर्भावस्था में पैरों की सूजन व दर्द की शिकायत रहती है। वहीं अगर आप ऑफिस जाती है तो आपको इस समस्या का ज्यादा सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आप पैरों की स्ट्रेचिंग करके इससे राहत पा सकती है। इसके लिए काम के बीच समय निकालकर आराम से कुर्सी पर बैठें। फिर दाएं पैर को जमीन से थोड़ा ऊपर उठाकर कुछ सेकेंड रहने दें। साथ ही पंजे को धीरे से घुमाते हुए सर्कल बनाएं। ठीक इसी तरह दूसरे पैर से इस प्रक्रिया को दोहराएं। इससे आपके पैरों की अच्छे से स्ट्रेचिंग होगी। ऐसे में आपके पैरों का दर्द, सूजन कम होगा। साथ ही आपको हल्का व सुकूनभरा महसूस होगा। आप पैरों की स्ट्रेचिंग दिन में 3 से 4 बार कर सकती है।