गलत खाने-पीने की आदतें, फिजिकल एक्टिविटी न करने के कारण कई सारे रोगों का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में लोग डायबिटीज से बचने और वजन कंट्रोल में रखने लिए आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करते हैं। कोल्ड ड्रिंक, कॉफी में इसका ही इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इनका सेवन करने से हृदय स्ट्रोक, हार्ट अटैक जैसी बीमारियों का जोखिम भी बढ़ सकता है। कई शोधों में यह बात बताई गई है कि इसका सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है और मोटापा भी नियंत्रित रहता है। लेकिन क्या इनका सेवन करना फायदेमंद है आज आपको इसके बारे में बताएंगे...
आखिर क्या होते हैं आर्टिफिशियल स्वीटनर?
यह चीनी का एक सिंथेटिक शुगर सब्सिट्यूट होते हैं, इनको कैमिकली तैयार किया जाता है। इसमें कैलोरी भी मौजूद होती है और इनको कैमिकली तैयार किया जाता है। यह दूसरी चीनी की अपेक्षा करीबन 30-1300 समय ज्यादा मीठे होते हैं। इनको सूक्रोज भी कहा जाता है। इनका इस्तेमाल कोल्ड ड्रिंक्स, कैंडी, पुडिंग, कैन फूड, जैम और जैली बननाने के लिए किया जाता है। इनमें पाराटेम, सैक्रीन, सुक्रालोज, नियोटेम, साइक्लेमेट, स्टीविया और कई सारे कंपाउड पाए जाते हैं। पाराटेम, सैक्राइन, सुक्रालोज, न्यूटेम, साइक्लेमेट कंपाउंड फूड और ड्रग एडमिनिट्रेशन विभाग के द्वारा सुरक्षित बताए गए हैं। वहीं स्टीविया के प्लांट बेस्ड स्वीटनर है जिसका इस्तेमाल जापान में करीबन 1970 से किया जा रहा है। डायबिटीज और वजन कंट्रोल करने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। अस्पार्टेम नाम का आर्टिफिशियल स्वीटनर उन मरीजों के लिए नुकसानदायक फिनाइलकीटोनूरिया। इसके अलावा यह ब्रेन ट्यूमर्स और क्रोनिक फैटिगो सिंड्रोम का खतरा भी बढ़ा सकता है। इसके अलावा इन आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का सेवन करने से कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।
शोध में हुआ खुलासा
नए शोध के अनुसार, आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। अस्पार्टम और एससुलफेम जैसे स्वीटनर कंपाउड कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा एरीथ्रीटोल में निकलने वाला थ्रोमबोसिस हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ गया है।
कितनी मात्रा में करें इनका सेवन?
ज्यादा मात्रा में इनका सेवन करने से समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में एक्सपर्ट्स के अनुसार, डायबिटीज के रोगियों को 5 ग्राम आर्टिफिशियल शुगर का है सेवन करना चाहिए। वहीं चाय, कॉफी में आप सिर्फ 1 टीस्पून चीनी का इस्तेमाल करें। इसके अलावा स्वीट फूड्स पर भी इनकी मात्रा देखकर ही सेवन करें।