सरकार ने कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के बढ़ रहे मामलों के बीच देश में मास्क का इस्तेमाल कम होने को लेकर चिंता जताई। देश में ओमीक्रोन स्वरूप के मामले बढ़ कर 32 हो गए हैं। पुणे जिले में साढ़े तीन वर्षीय बच्ची समेत महाराष्ट्र में ओमीक्रोन स्वरूप के सात नये मामले सामने आए हैं। यह बच्ची कोविड-19 के इस नए स्वरूप से संक्रमित देश की सबसे कम उम्र की मरीज हो सकती है।
पुणे में मिली देश की सबसे कम उम्र की मरीज
सात नए मामलों में से चार पुणे जिले से हैं और ये सभी भारतीय मूल की नाइजीरिया से आयी तीन महिलाओं के संपर्क में आए थे जिनमें पहले इस संक्रमण की पुष्टि हुई थी। गुजरात में भी ओमीक्रोन के दो नए मामले सामने आए हैं। हाल ही की रिपोर्ट में बताया गया कि देश में मास्क का इस्तेमाल कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने के पहले की अवधि की तुलना में कम हो गया है। ऐसे में सरकार ने टीके की खुराक लेने और मास्क लगाने दोनों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हम आपको आगाह करते हैं कि अभी मास्क हटाने का वक्त नहीं आया है। इस तरीके से हम फिर से खतरे की स्थिति में आ गए हैं।
हल्के हैं ओमीक्रोन के लक्षण
सरकार ने कहा कि सुरक्षा क्षमता के नजरिए से हम निचले, जोखिम भरे और अस्वीकार्य स्तर पर हैं। हमें यह याद रखना होगा कि टीके की दोनों खुराक और मास्क अहम है। हमें अपनी और हमारे आसपास के लोगों की कोविड-19 से रक्षा करने के लिए इन सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करने की आवश्यकता है। भारत में ओमीक्रोन के मामले कुल स्वरूपों के मामलों के 0.04 प्रतिशत से भी कम हैं। सभी मामले में हल्के लक्षण देखे गए हैं।
महाराष्ट्र में आए सात नए मामले
संक्रमण के इन कुल मामलों में महाराष्ट्र से शाम को आए ओमीक्रोन के सात नए मामले शामिल नहीं हैं। सरकार ने लोगों से न घबराने की अपील करते हुए कहा- ऐसे 70 क्षेत्र हमारी नजर में हैं और व्यापक रूप से डेल्टा स्वरूप इसके लिए जिम्मेदार है लेकिन फिर भी हमें सतर्क रहना होगा। इसलिए टीकाकरण महत्वपूर्ण है और दोनों खुराक लेना तथा मास्क पहनना जरूरी है।