मुस्लिम की आस्था से जुड़े रमजान में हज यात्रा का महत्व भी काफी बढ़ जाता है। लोग सालों से इस यात्रा पर जाने का सपना देखते हैं जिनमें से कुछ ही अपने सपने को पूरा कर पाते हैं। भारत से इस साल 4314 महिलाओं ने ‘मेहरम' (नजदीकी पुरुष रिश्तेदार) के बिना हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन किया है और वे हज के लिए जाएंगी। अकेले जम्मू- कश्मीर में ही 132 महिला तीर्थयात्री बिना ‘पुरुष’ साथी के हज जाने की तैयारी कर रही हैं।
हज समिति की पहली महिला अध्यक्ष ने जताई खुशी
जम्मू-कश्मीर हज समिति की पहली महिला अध्यक्ष सफीना बेग के अनुसार, सभी पात्र महिलाएं जिन्होंने महरम के बिना सऊदी अरब की यात्रा के लिए आवेदन किया था, उन्हें ड्रॉ के बिना तीर्थयात्रियों की सूची में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा- "मुझे खुशी है कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने वीआईपी कोटा (मंत्रियों, सांसदों आदि के लिए) को समाप्त कर दिया है क्योंकि सभी सीटें अब जनता के लिए हैं।"हज यात्रियों के लिए दो नई श्रेणियां - 70 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाएं और महरम के बिना भी पेश की गईं।
हजयात्रियों के लिए किए जा रहे हैं इंतजाम
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अनुसार - ‘‘इस साल 4314 महिलाओं ने ‘मेहरम' के बिना हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन किया है। इनको प्राथमिकता दी जाएगी और ये सभी महिलाएं हज के लिए जाएंगी।'' अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हज-2023 के लिए कुछ फैसले भी किए हैं जिनमें हजयात्रियों की चिकित्सा जांच से संबंधित विषय भी शामिल है। मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि हज यात्रा के लिए स्वास्थ्य संबंधी समग्र इंतजाम किए जाएंगे।
सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का भी उठा सकते हैं लाभ
हज यात्री चिकित्सा जांच के लिए अब सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का भी उपयोग कर सकेंगे जिससे उन्हें सहूलियत होगी और पैसे की भी बचत होगी। पहले ज्यादातर चिकित्सा जांच निजी स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से होती थी। अप्रैल के पहले सप्ताह में विशेषज्ञों का एक दल सऊदी अरब जाएगा और हजयात्रियों के लिए चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लेगा। इसके बाद सऊदी अरब में हजयात्रियों के लिए जरूरी चिकित्सा प्रबंध किए जाएंगे।''
यात्रियों के लिए होगा ‘हेल्थ डेस्क'
एक डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा जहां हजयात्रियों के स्वास्थ्य से संबंधित पूरा विवरण उपलब्ध होगा जिससे चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों को भी सुविधा होगी अधिकारी ने बताया कि इस हज के सभी प्रस्थान स्थलों के हवाई अड्डों पर भी हजयात्रियों के लिए ‘हेल्थ डेस्क' होगा जहां उन्हें स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं मिल सकेंगी। भारत से इस साल 1,75,025 लोग हज पर जाएंगे।
हज यात्रा में कितना खर्चा होता है?
हज पॉलिसी 2023 के मुताबिक, इस बार हज के लिए आवेदन फ्री होगा, यानी सभी हज यात्री मुफ्त में आवेदन कर सकेंगे। पहले आवेदन के लिए 400 रुपये प्रति हाजी लिए जाते थे। साथ ही इस बार करीब 50 हजार प्रति हाजी छूट भी दी जाएगी। हज यात्रियों को बैग, सूटकेस, छाता, चादर जैसे सामान के लिए अब पैसा नहीं देना होगा। वे अपने स्तर पर सामान खरीदकर ले जा सकेंगे।
यात्री इन बातों का रखें ख्याल
अगर आप हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपके पास कोविड 19 वैक्सीन सर्टिफिकेट होना चाहिए।साथ ही आपके पास पासपोर्ट होना जरूरी है। सफेद बैकग्राउंड के साथ लेटेस्ट पासपोर्ट फोटो, कैंसिल चेक की फोटोकॉपी और एड्रेस प्रूफ की कॉपी होनी चाहिए, तभी आप अपलोड कर सकते हैं।