सुंदर प्रकृति, हरा भरा वातावरण और हरियाली घर की सुंदरता को और बढ़ा देती है, इसलिए बहुत से लोग अपने घर में बालकनी बनाते हैं। घर के इस हिस्से में सबसे ज्यादा सुकून और शांति महसूस होती है। परंतु घर की बालकनी में भी वास्तु दोष हो सकता है। वास्तु मान्यताओं के अनुसार, यदि बालकनी में वास्तु दोष हो तो घर में नेगेटिव एनर्जी का आगमन हो सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं बालकनी से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स...
पूर्वी, उत्तर या उत्तर दिशा में हो बालकनी
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बालकनी पूर्वी, उत्तर या फिर उत्तर दिशा में होना शुभ मानी जाती है। माना जाता है कि इन दिशाओं से धूप अच्छी मिलती है। इसके अलावा घर की पश्चिम दिशा में भी बालकनी होना अशुभ माना जाता है इससे घर के सदस्यों की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
बालकनी में इन पौधों का लगाना होता है शुभ
बालकनी के उत्तर-पूर्व और पूर्व दिशा में आप छोटे पौधे जैसे तुलसी, गेंदा, लिली, हरीदूब, पुदीना, हल्दी लगा सकते हैं। यह घर में पॉजिटिव एनर्जी का प्रवाह बढ़ाते हैं। इसके अलावा आप उत्तर दिशा में नीले रंग के फूल देने वाले पौधे भी लगा सकते हैं। इससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि भी बढ़ेगी।
तिरछी छत होती है शुभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बालकनी के ऊपर एक तिरछी छत होना भी शुभ मानी जाती है। इस छत का ढलान उत्तर या फिर पूर्व दिशा की ओर होना शुभ माना जाता है।
बालकनी में झूला
आप बालकनी में बेंत का झूला लगाना भी शुभ माना जाता है। उत्तर या फिर दक्षिण दिशा में आप झूला लगा सकते हैं।
पौधे की दिशा
आप बालकनी में अगर पौधा लगाना चाहते हैं तो इसे दक्षिण और पश्चिम दिशा में लगा सकते हैं। इसके अलावा आप सुंदर मुद्रा की कलात्मक पेंटिंग, शोपीस, स्वास्तिक चिन्ह, विंडचाइम जैसी चीजें भी घर की बालकनी में लगा सकते हैं।
साफ होनी चाहिए बालकनी
बालकनी में गंदगी होना भी शुभ नहीं माना जाता है इससे घर में नेगेटिव एनर्जी आती है। इसके अलावा परिवार में भी मनमुटाव हो सकता है।