बच्चे हमेशा हंसते-खेलते ही अच्छे लगते हैं लेकिन कई बार बच्चों के मन में पेरेंट्स या फिर किसी घटना का ऐसा डर बैठ जाता है। जिसे उसके दिमाग या फिर मन से निकाल पाना मुश्किल हो जाता है। इस डर का बच्चे के शरीरिक और मानसिक स्तर पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। उसमें आत्मविश्वास में कमी आ जाती है और वह जिंदगी में कभी भी आगे नहीं बढ़ पाता। अगर आप चाहते है कि आपका बच्चा हैल्दी और सबसे आगे रहे तो आप उसके डर को खत्म करने के लिए आप उससे योगाभ्यास करवा सकते हैं, इससे बच्चे को किसी तरह का नुकसान भी नहीं होगा। आइए जानिए इस समस्या से राहत पाने के लिए बच्चे से कौन-कौन से योगाभ्यास करवाने चाहिए।
1. वृक्षासन
इस आसन को करने के लिए बच्चे को सीधे खड़े होने के लिए बोलें और फिर दाएं पैर के टंखने को पकड़ कर इस पैर की एड़ी को बाई जांघ के ऊपरी भाग यानी जोड़ पर रखें। दाएं पैर के तलवे से जांघ को दबाएं। अब हाथों को प्रार्थना की मुद्रा में जोड़ें, ऊपर उठाएं और छाती पर रखें फिर धीरे-धीरे उन्हेंं उठाकर सिर से ऊपर ले जाएं। कुछ समय तक शरीर का संतुलन बनाए रखें। फिर हाथों को नीचे ले आएं और नार्मल पॉजिशन में आ जाएं। फिर इसी प्रकिया को दूसरी तरफ से करें। इस योगाआसन को 3 से 5 बार करें।
2. वीरभद्रासन
इसे करने के लिए दोनों पैरों को खोलें और बाएं तलवे को बाएं ओर करें। दाएं पैर को सीधा रखें। फिर हाथों को ऊपर उठा कर प्रार्थना मुद्रा में करें। फिर घुटने को थोड़ा बेंड करके सिर को बाई ओर घुमाएं और सांस को अंदर की ओर खींचें। फिर सांस छोड़ते हुए नार्मल पोजिशन में आ जाएं। फिर इसी प्रकिया को दूसरी तरफ से करें।
3. शवासन
इसके लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएं और हाथों को आराम से शरीर से एक फुट की दूरी पर अंगुलियां तथा हथेली ऊपर की दिशा में रखें। फिर पैरों के बीच एक या दो फुट की दूरी बनाएं। आंखे बंद करके धीरे धीरे सांस लें और छोड़े। इस आसान से काफी हद तक तनाव से राहत मिलेगी।
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