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Beauty Alert! फिश पेडीक्योर करवाना पड़ा महिला को भारी, कटवानी पड़ी उंगली

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 09 Jul, 2019 01:11 PM
Beauty Alert! फिश पेडीक्योर करवाना पड़ा महिला को भारी, कटवानी पड़ी उंगली

पैरों की खूबसूरती बनाएं रखने के लिए आजकल फिश पेडिक्योर का ट्रैंड काफी देखने को मिल रहा है। मगर हाल ही में यह चाहत एक महिला को भारी पड़ गई। जी हां, ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में एक महिला फिश पेडीक्योर करवाने क्या गई, उसकी जान पर बन आई। दरअसल, इस दौरान 29 साल की विक्टोरिया कर्थाइट्स के पैर पर मछलियों ने काट लिया, जिसके कारण उनके पैर में इंफैक्शन हो गया और उन्हें अपनी उंगुली कटवानी पड़ी।

 

जान बचाने के लिए काटनी पड़ी उंगली

दरअसल, विक्टोरिया थाइलैंड की यात्रा पर गईं थी जहां उन्होंने फिश स्पा लिया लेकिन घर लौटने उन्हें तेज बुखार ने घेर लिया। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर को दिखाया, जिसके बाद दो साल उनका इलाज चला। मगर जब उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा तो डॉक्टरों को ऑपरेशन के जरिए उनके दाहिने पैर का अंगूठा और दूसरी उंगुली काटनी पड़ी।

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पार्लर की की लापरवाही से हुआ यह हाल

उनका कहना है कि मैं जब थाइलैंड में थी तो मैंने फिश स्पा लेने की सोची लेकिन स्पा के मालिक ने फिश पेडीक्योर में असावधानी बरती और पानी का साफ नहीं किया। उसका पानी प्रदूषित था, जिसके कारण जब मछली ने उन्हें काटा तो उनके पैर में इंफैक्शन हो गया।

क्या है Fish Pedicure?

फिश एक ऐसी थेरेपी है, जिसमें पैरों को मछलियों के एक टब या जार मे डाला जाता है। इसमे मौजूद छोटी-छोटी मछलियों पैरों डेड स्किन को खा जाती है और त्वचा मुलायम होती है। इससे ना सिर्फ पैर मुलायम होते हैं बल्कि यह पैरों के दर्द से भी छुटकारा दिलाया है।

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बरतें ये सावधानियां

1. स्पा सेंटर टब के पानी को कई दिनों तक नहीं बदलते जिसकी वजह से आपको संक्रमण हो सकता है। ऐसे में आप ध्यान रखें कि पानी प्रदूषित न हो और टैंक का पानी रोज बदला गया हो।
2. अगर पैरों में जख्म हो या कहीं से कटा हुआ हो तो रक्त बहने लगता है। यह रक्त, स्पा टब में चले जाता है और इससे संक्रमण फैलने का डर रहता है।
3. कमजोर इम्युनिटी और डायबिटीज के मरीजों को ऐसे ट्रीटमेंट नहीं करवाने चाहिए।
4. अगर पेडीक्योर करवाते समय खून निकलने लगे तो तुरंत पानी से पैर बाहर निकालें और उसे डेटॉल या एंटीसेप्टिक दवाई से साफ करें।
5. अगर आपको पहले से ही कोई समस्या हो या चोट लगी हो तो भी इस ट्रीटमेंट को करवाने से बचें।

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