आज भी माना जाता है कि बहुत से ऐसे काम है जिसे सिर्फ पुरुष ही कर सकते है लेकिन अक्सर महिलाएं इन बातों को गलत सिद्ध करती रहती है। भारत के रेलवे स्टेशनों पर अक्सर ही पुरुष कुली का काम करते हुए नजर आते है लेकिन भोपाल के स्टेशन पर आपको लक्ष्मी नाम की महिला काम करते हुए नजर आएगी। पति की मौत के बाद बेटे के बेहतर भविष्य के लिए लक्ष्मी रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करने को भी तैयार हो गई थी। चलिए बताते है आपको लक्ष्मी की प्रेरणादायक कहानी..
विपरित परिस्थितियों में भी नहीं मानी हार
भोपाल रेलवे स्टेश पर कुली के रुप में काम कर रही लक्ष्मी का मजबूत जज्बा ही है जिसके दम पर विपरीत परिस्थिति में भी उन्होंने हार नहीं मानी और मुश्किल हालात से लड़ते हुए अपने परिवार को सहारा दे रही है। लक्ष्मी को रेलवे के नियमों के अनुसार ही यह नौकरी दी गई है। कई बार उन्हें रात की शिफ्ट भी करनी पड़ती है।
बिल्ला नंबर 13 बनी पहचान
आज बिल्ला नंबर 13 लक्ष्मी की पहचान बन चुका है। इसी साल जुलाई में उनके पति राकेश की मौत हो गई थी वह भी इसी रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करते थे। पति की मौत के बाद उन्हें अपने बेटे को अच्छी जिदंगी देनी थी इसलिए उन्होंने निर्णय लिया कि वह यह नौकरी करेंगी। लक्ष्मी का कहना है कि उनके पास आजीविका का कोई अन्य साधन नहीं है। बेटे के लिए कुछ तो करना ही था। ज्यादा पढ़ी नहीं थी लेकिन किसी भी हाल में बेटे का भविष्य जरुर बेहतर बनाना है।
रोज 50 से 100 रुपए कमा लेती है
रेलवे स्टेश पर काम करते हुए लक्ष्मी रोज 50 से 100 रुपए कमा लेती है, इससे उनका गुजारा करना मुश्किल होता है लेकिन उनके पास कोई ओर विकल्प नही है। उन्हें अपना जीवन व्यतीत करने के लिए एक स्थाई नौकरी की जरुरत है।
सहयोगी कुली भी करते है मदद
रेलवे स्टेशन पर उनके सहयोगी कुली भी उनका समान उठाने व काम करने में उनकी मदद करते है। कई बार जब यात्री महिला समझ कर कहते है कि वह भारी समान उठा नही पाएगीं तो सहयोगी लोगों को उनके हालात समझाते है। वहीं जरुरत पड़ने पर वह खुद समान उटा कर उनकी मदद भी करते है।
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