कुछ बच्चे सोते समय अपने दांत पीसते हैं। बच्चों की इस परेशानी को ब्रुक्सिज्म कहा जाता है। वैसे तो यह सामान्य समस्या है लेकिन इसके पीछे का कारण जानना बहुत जरूरी है ताकि बाद में कोई शारीरिक कमजोरी न आए। इससे दांत किटकिटाने की आदत दूर करने में आसानी रहेगी।
बच्चे क्यों पीसते हैं दांत?
ब्रुक्सिज्म की समस्या रात को सोने के दौरान होती है, जब व्यक्ति अवचेतन में होता है। कुछ लोग इसे पेट के कीडे या फिर पाचन संबंधी गड़बड़ी से जोड़ते हैं लेकिन शोध में पाया गया कि इस समस्या का कारण बच्चे का पाचन नहीं बल्कि तनाव है।
तनाव हो सकता है कारण
एक अध्ययन के मुताबिक 2 साल से 5 साल तक के 50% बच्चों में दांत पीसने की समस्या होती है। इसका मुख्य कारण तनाव हो सकता है। बच्चों के मन में किसी बात का डर या फिर कोई बोझ उसकी मानसिकता पर प्रभाव डाल सकता है।
सामान्य नहीं दांत पीसना
आम लगने वाले यह समस्या बच्चे के दांतों पर बुरा प्रभाव डालती है। इससे दांत कमजोर होने के साथ इन पर मौजूद इनेमल की परत नष्ट हो जाती है। जिससे
सेंसिटिविटी होने लगती है और दांत जल्दी संक्रमण का शिकार हो जाते हैं।
हो सकती हैं ये समस्याएं
1. दांतों में दर्द
2. सेंसिटिविटी की समस्या
3. दांतों का शेप बिगड़ना
4. कमजोर दांत
5. नसों में तनाव की वजह से मुंह, जबड़ों और सिर में दर्द
क्या है ब्रुक्सिज्म का इलाज
बच्चे में यह समस्या कभी-कभार हो तो इसका कारण तनाव है। यह जानने की कोशिश करें कि आखिर उसे किस बात का डर या चिंता है। आपके प्यार से यह परेशानी दूर होने में बहुत मदद मिलेगी। अगर वह हमेशा दांत पीस रहा है तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
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