प्रेगनेंसी के दौरान शरीर के किसी न किसी भाग में दर्द रहना आम बात है। खासतौर पर यह दर्दें पीठ,कमर,हिप्स, थाई और पर्सनल पार्टस में होती हैं। इन दर्दों के कारण और इलाज सब अलग-अलग होते हैं। तो चलिए आज जानते हैं प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली दर्दों के कारण और इनसे राहत पाने के लिए कुछ आसान से घरेलू टिप्स...
कमर में दर्द
आमतौर पर प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का वजन बढ़ने लगता है। जिस वजह से उनकी कमर और हिप्स में दर्द रहने लगता है। कमर और हिप्स के दर्द को बेहतर बनाने का सबसे अच्छा तरीका हल्की-फुल्की एक्सरसाइज हैं। एक्सरसाइज के अलावा आप गर्म तौलिए या फिर बॉटल के साथ कमर और पीठ की सिकाई भी कर सकती हैं।
पैरों में दर्द
बढ़ते वजन का भार सबसे ज्यादा पैरों को उठाना पड़ता है। जिस वजह से प्रेगनेंट औरतों के पैर भी सूजने लगते हैं। सूजन के साथ-साथ कई बार पैर दुखते भी बहुत हैं। सूजन और दर्द दोनों से छुटकारा पाने के लिए गुनगुने पानी में नमक और सरसों का तेल डालकर पैरों की सिकाई करें। ऐसा रोजाना रात को सोने से पहले करें। इससे आपका माइंड और बॉडी दोनों बहुत रिलैक्स फील करेंगे। जिससे आपको नींद भी अच्छी आएगी।
नींद न आना
बढ़ते वजन और हार्मोनल बदलाव के चलते कई औरतों को प्रेगनेंसी के दौरान नींद नहीं आती। जिस वजह से उनका स्वभाव भी चिड़चिड़ा रहने लगता है। प्रेगनेंसी में नींद न आने की समस्या से पीछा छुड़ाने के लिए सुबह शाम हल्की-हल्की सैर जरुर करें। सारा दिन बैठे रहने से आपका शरीर थकता नहीं हैं, जिस वजह से आपको रात में नींद नहीं आती। ऐसे में जरुरी है सुबह शाम वॉक जरुर करें।
अगर बढ़े हुए वजन की वजह से नींद नहीं आ रही तो लेटते वक्त अपने आसपास सिरहाने रख लीजिए। इससे आपको काफी आराम मिलेगा। प्रेगनेंट महिलाओं के लिए मार्किट में आजकल सॉफ्ट कुशन्स भी अवेलेबल हैं। आप चाहें तो उन्हें भी खरीद कर ला सकती हैं।
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