शारीरिक थकान के कारण : शाम को घर वापिस लौटने पर अक्सर लोग बहुत थक जाते हैं। थकावट के साथ-साथ चिड़चिड़ापन भी उनकी आदत बनता जाता है। कई बार तो ऑफिस में काम कम होने के बावजूद भी हम इस तरह का व्यवहार करते हैं कि मानों दिन भर कड़ी मेहनत की हो। इसका गुस्सा अक्सर परिवार पर ही निकलता है। शरीर में स्फुर्ति न हो तो हम खुद भी यह सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि अक्सर हम कहां गलती कर रहे हैं, जिसका असर सेहत पर पड़ रहा है। आप भी कुछ ऐसा ही महसूस कर रहे हैं तो जरा अपनी दिनचर्या पर एक नजर डालें। हो सकता है आपकी कुछ खराब आदते इसका कारण हो।
1. एसी की ज्यादा कुलिंग में रहना
कुछ लोग दिन में 15 से 18 घंटे लगातार एसी में ही बिताते हैं। थोड़ी देर के लिए बाहर निकलने से उनका बुरा हाल हो जाता है। इससे हल्की बेचैनी, सिर दर्द और घबराहट भी होने लगती है। वहीं, एसी से बाहर निकलने के बाद धीरे-धीरे शरीर सामान्य होने लगता है क्योंकि ऑफिस की बिल्डिंग में एसी का बहुत कम तापमान पर सेट किया होता है। लगातार एक ही जगह पर बैठे रहने से कंपकंपी महसूस होने लगती है। ऐसे में शरीर गर्मी पैदा करने के लिए ऊर्जा की खपत करना शुरू कर देता है। जो थकान का कारण बनता है। इसी वजह से कई बार भूख का भी अहसास ज्यादा होता है। हालांकि एसी के अलावा इसके और भी बहुत से कारण हो सकते हैं।
2. पानी की बजाय कोल्ड ड्रिंक या जूस पीना
कुछ लोग अपने स्टाइल स्टेटमेंट के चक्कर में पानी की जगह पर भी कोल्ड ड्रिंक का सेवन करते हैं। जिससे थकान महसूस होती है। ज्यादा शुगर वाले ये पेय पदार्थ शरीर के ऊत्तकों को बहुत ज्यादा मात्रा में पानी निकाल लेते हैं। जिससे खून के प्रवाह पर असर पड़ता है और तनाव महसूस होना शुरू हो जाता है। आप इसकी जगह पर नींबू पानी, नारियल पानी, लस्सी आदि जैसी चीजों का सेवन कर सकते हैं। दिन में कम से कम 10 गिलास पानी जरूर पीएं।
3. बात-बात पर गुस्सा होना
कुछ लोग छोटी से छोटी बात को लेकर भी उत्तेजित हो जाते हैं। तेज गुस्सा आने के कारण भी थकावट महसूस होने लगती है। जब दिमाग में बार-बार तनाव, गुस्सा या फिर नेगेटिव विचार आते हैं तो ऊर्जा की बहुत ज्यादा जरूरत पड़ती है। जिससे बिना काम के भी थकावट महसूस होने लगती है।
4. मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल
काम से घर लौटने के बाद भी मोबाइल पर बिजी रहना थकावट का ही कारण होता है। रात के समय एक मिनट मोबाइल देखने से 1 घंटे की नींद पर असर पड़ता है। मोबाइल का जरूरत पड़ने पर ही इस्तेमाल करें। इस बात का ध्यान रखें कि एक्टिव रहने के लिए आराम भी बहुत जरूरी है। अपनी आदतों पर गौर करें और हैल्दी जिंदगी जीएं।