प्रेगनेंसी में महिलाओं को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि जरा-सी भी लापरवाही मां और बच्चे दोनों को नुकसान पहुंचा सकती है। खासकर महिलाओं को इस दौरान चाय पीने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद कैफीन मां और बच्चे के लिए सही नहीं है। फिर आप चाहे एड्राक वाली या हर्बल चाय ही क्यों न पी रही हों। दरअसल, इनमें भी कुछ मात्रा कैफीन की होता है, जो आपको नुकसान पहुंचा सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि इस दौरान आपको किन-किन चाय का सेवन नहीं करना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के दौरान हर्बल चाय
वैसे तो प्रेगनेंसी में हर्बल चाय का सेवन फायदेमंद होता है लेकिन अगर इसे एक लिमिट तक लिया जाए। दिनभर में 2 कप से ज्यादा हर्बल चाय न पीएं। इससे ज्यादा हर्बल टी का सेवन आपकी सेहत बिगाड़ सकता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान इन 10 हर्बल चाय को कहें ना
चाय कोई भी हो हर किसी में थोड़ी मात्रा कैफीन की जरूर होती है। ऐसे में बेहतर होगा कि प्रेगनेंसी के दौरान आप इनका सेवन न ही करें।
. ग्रीन टी या माचा टी (अगर आप इसकी आदी हैं तो दिन के 1 कप ही पिएं।)
. लीची की चाय (Lichee Tea)
. चक्र फूल की चाय (Anise Tea)
. एलोवेरा की चाय (Aloe vera Tea)
. बरबेरी चाय (Barberry Tea)
. कैमोमाइल चाय (Chamomile Tea)
. जिनसेंग चाय (Ginseng Tea)
. हिबिस्कस चाय (Hibiscus Tea)
. कावा चाय (Kava Tea)
. लेमनग्रास टी (Lemongrass Tea)
क्यों हानिकारक है हर्बल टी का सेवन?
एक्सपर्ट इस दौरान चाय का सेवन लिमिट में करने की सलाह देते हैं। रिसर्च के अनुसार, कैफीन गर्भनाल में आसानी से अवशोषित हो जाता है। ऐसे में अगर आप 200 मि.ली. कैफीन लेती हैं तो इससे बच्चे का वजन बढ़ सकता है। वहीं इससे प्लेसेंटा में रक्त का प्रवाह 25% तक कम हो जाता है। इतना ही नहीं, इससे गर्भावस्था की अवधि 5 घंटे प्रति 100 मि.ली. तक बढ़ जाती है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप इसका सेवन न करें।
दूसरी चाय के मुकाबले फायदेमंद है हर्बल-टी
अगर आपको चाय पीने की लत है तो आप कैफीनयुक्त चाय की बजाए दिनभर में 1-2 कप हर्बल-टी ले सकती हैं। कैफीनयुक्त पेय पदार्थ यूरिन इंफैक्शन का कारण बनता है। साथ ही यह पोषक तत्वों को अवशोषण कर अधिवृक्क ग्रंथियों को नष्ट करता है। जबकि हर्बल-टी हाइड्रेटिंग है और यह शरीर को एंटीऑक्सीडेंट देती है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन स्ट्रेस दूर करने और सुस्ती भगाने में भी मदद करता है। इसके अलावा इससे शरीर के दर्द से भी राहत मिलती है।
चुकंदर वाली चाय है बेहतर ऑप्शन
अगर आप चाय पीने की आदि है तो चुकंदर वाली चाय बेहतरीन ऑप्शन है। गर्भवती महिलाओं को पहली तिमाही से ही चुकंदर की चाय पीनी शुरू कर देनी चाहिए। इसमें फॉलिक एसिड पाया जाता है, जो भ्रूण के विकास के साथ खून की कमी को दूर करने में भी मदद करता है। साथ ही इससे थकान, सुस्ती, अनिद्रा और स्ट्रैस भी दूर होता है। भले ही इसका सेवन फायदेमंद है लेकिन फिर 1-2 कप से ज्यादा न पीएं और अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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